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हल्द्वानी में लोनिवि ने सात इंजीनियरों को नौकरी से हटाया, आंदोलन में शामिल होने की मिली सजा

विभाग के प्रमुख अभियंता के आदेश के बाद इनका अनुबंध रोक दिया गया है। वहीं कनिष्ठ अभियंता संविदा समिति के मंडल अध्यक्ष संदीप तिवारी ने बताया कि नौकरी से हटाए गए कई इंजीनियरों को पुराना वेतन तक नहीं मिला।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sat, 29 Jan 2022 10:43 AM (IST)Updated: Sat, 29 Jan 2022 10:43 AM (IST)
हल्द्वानी में लोनिवि ने सात इंजीनियरों को नौकरी से हटाया, आंदोलन में शामिल होने की मिली सजा
प्रदेश की कई अन्य डिवीजनों में भी यह कार्रवाई हुई है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : लोक निर्माण विभाग की हल्द्वानी डिवीजन में सात कनिष्ठ अभियंताओं को नौकरी से हटा दिया गया है। प्रदेश की कई अन्य डिवीजनों में भी यह कार्रवाई हुई है। करीब 53 दिनों तक आंदोलन करने के बाद इन लोगों से कुछ दिन काम भी लिया गया था, मगर अब विभाग के प्रमुख अभियंता के आदेश के बाद इनका अनुबंध रोक दिया गया है। वहीं, कनिष्ठ अभियंता संविदा समिति के मंडल अध्यक्ष संदीप तिवारी ने बताया कि नौकरी से हटाए गए कई इंजीनियरों को पुराना वेतन तक नहीं मिला। ऐसे में सभी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।

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लोनिवि कनिष्ठ अभियंता संविदा समिति के बैनर तले 16 नवंबर से सात जनवरी तक इंजीनियर हड़ताल पर थे। इनकी कहना था कि 8-10 साल की सेवा होने के बावजूद उन्हें नियमित नहीं किया जा रहा। हल्द्वानी से लेकर दून तक आंदोलन हुआ, लेकिन मांग पूरी नहीं हो सकी। इस बीच आठ जनवरी को आचार संहिता लगने पर हड़ताल खत्म कर दी गई, जिसके बाद हल्द्वानी डिवीजन के सात जेई ने ड्यूटी भी शुरू कर दी, मगर अब प्रमुख अभियंता का आदेश मिलने पर हल्द्वानी डिवीजन के ईई अशोक कुमार ने इनका अनुबंध खत्म कर दिया है। लोनिवि का कहना है कि अनुबंध के मुताबिक हड़ताल व कार्य बहिष्कार नहीं किया जा सकता था। वहीं, संविदा समिति के मंडल अध्यक्ष संदीप तिवारी ने कहा कि शासन को उनके संग न्याय करना चाहिए।


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