भारतीय मंडी गुंजी में कुटी नदी किनारे अवैध खनन, राजस्व और वन विभाग की टीम हुई रवाना
कैलास मानसरोवर यात्रा के प्रमुख पड़ाव एवं भारत-चीन व्यापार की मंडी गुंजी में कुटी नदी किनारे अवैध खनन जोरों पर है। खनन के चलते गुंजी के मनीला मैदान को खतरा हो गया है। शिकायत मिलने पर तहसील मुख्यालय से राजस्व और वन विभाग की टीम गुंजी रवाना हो चुकी है।
संवाद सूत्र, धारचूला : कैलास मानसरोवर यात्रा के प्रमुख पड़ाव एवं भारत-चीन व्यापार की मंडी गुंजी में कुटी नदी किनारे अवैध खनन जोरों पर है। खनन के चलते गुंजी के मनीला मैदान को खतरा हो गया है। अवैध खनन की शिकायत मिलने पर तहसील मुख्यालय से राजस्व और वन विभाग की टीम गुंजी को रवाना हो चुकी है।
लगभग साढ़े दस हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित गुंजी कुटी और काली नदी के संगम स्थल पर स्थित है। गुंजी का मनीला मैदान कुटी नदी किनारे स्थित है। इसी मैदान पर आइटीबीपी, सेना, केएमवीएन, एसएसबी, एसबीआइ, लोनिवि डाकबंगला सहित सारे सरकारी उपक्रम के अलावा दुकानें हैं। गुंजी में कुछ निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार ने उच्च हिमालयी अति संवेदनशील माने जाने वाले गुंजी में कुटी नदी किनारे अवैध खनन प्रारंभ कर दिया। इसके लिए प्रशासन और गुंजी ग्राम पंचायत से कोई अनुमति नहीं ली गई। बताया जा रहा है कि खनन स्थल तक पहुंचने के लिए मार्ग भी बना दिया गया है।
ग्राम प्रधान सुरेश गुंज्याल सहित ग्रामीणों के विरोध के बाद भी ठेकेदार खनन करता रहा। ग्राम प्रधान का कहना है कि संवेदनशील स्थल मनीला मैदान कुटी नदी से लगा हुआ है। खनन से खतरा पैदा हो गया है। प्रधान ने इसकी शिकायत एसडीएम एके शुक्ला से की। शिकायत मिलने पर एसडीएम के आदेश पर स्थिति का पता लगाने राजस्व दल और वन विभाग की टीम गुंजी रवाना हो चुकी है। टीम मौके का मुआइना कर रिपोर्ट तहसील प्रशासन को सौंपेगी। दूसरी तरफ बेरोकटोक खनन से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें