ऊर्जा निगम के कर्मचारी हड़ताल पर गए तो प्रशासन करेगा वैकल्पिक व्यवस्था
ऊर्जा निगम कर्मचारियों की हड़ताल की संभावना को देखते हुए स्थानीय प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। यदि मांगों को लेकर कर्मचारियों की हड़ताल होगी तो प्रशासन बिजली की सप्लाई सुचारु बनाए रखने की व्यवस्था संभालेगा। इसके लिए प्रशासन ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है।
रामनगर, जागरण संवाददाता : ऊर्जा निगम कर्मचारियों की हड़ताल की संभावना को देखते हुए स्थानीय प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। यदि मांगों को लेकर कर्मचारियों की हड़ताल होगी तो प्रशासन बिजली की सप्लाई सुचारु बनाए रखने की व्यवस्था संभालेगा। इसके लिए प्रशासन ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है।
27 जुलाई को ऊर्जा निगम के कर्मचारियों ने 14 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल की थी। इससे क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति ठप कर दी गई थी। बिजली बंद होने से उद्योग धंधों पर भी असर पड़ा था। शाम पांच बजे सरकार से आश्वासन मिलने पर कर्मचारी नेताओं ने हड़ताल स्थगित कर दी थी। छह अक्टूबर को ऊर्जा निगम के कर्मचारी संगठनों ने फिर से हड़ताल की चेतावनी दी है। हालांकि अभी प्रशासन की नजर मंगलवार को होने वाली कर्मचारी नेताओं की बैठक पर है। उसी दिन हड़ताल के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।
हालांकि पिछली हड़ताल की वजह से लोगों को हुई परेशानी से सबक लेते हुए हड़ताल से निपटने के लिए प्रशासन तैयारी कर रहा है। एसडीएम गौरव चटवाल व सीओ बलजीत सिंह भाकुनी ने रामनगर क्षेत्र में ऊर्जा निगम के बिजली घरों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को देखा।
दोनों अधिकारियों ने कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से पैदा होने वाली समस्याओं व विद्युत केंद्रों व उप केंद्रों में पुलिस सुरक्षा के इंतजाम किए जाने की जानकारी ली। एसडीएम ने रामनगर, चिल्किया व मालधन विद्युत केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए।
सीओ रामनगर बलजीत सिंह भाकुनी ने बताया कि बिजली कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से आपूर्ति सुचारू रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। विद्युत केंद्रों का निरीक्षण हो चुका है। अन्य विभागों से भी बिजली की जानकारी रखने वाले कर्मचारियों की मदद ली जाएगी।