उत्तराखंड बनने के बाद आइएएस राकेश शर्मा सर्वाधिक समय तक रहे कुमाऊं कमिश्नर
राज्य बनने के बाद आइएएस राकेश शर्मा का कार्यकाल सर्वाधिक लंबा रहा। करीब सात साल कुमाऊं कमिश्नर रहे। प्रभारी कमिश्नर के रूप में आइएएस डा. नीरज खैरवाल पहली अप्रैल 2020 से 27 मई 2020 तक जबकि दीपक रावत पहली अगस्त 2016 से तीन अक्टूबर 2016 तक प्रभारी कमिश्नर रहे।
किशोर जोशी, नैनीताल : 1947 में बनी नैनीताल कमिश्नरी में राज्य बनने के बाद आइएएस राकेश शर्मा का कार्यकाल सर्वाधिक लंबा रहा। 24 अक्टूबर 2001 से 17 अप्रैल 2007 तक करीब सात साल कुमाऊं कमिश्नर रहे। प्रभारी कमिश्नर के रूप में आइएएस डा. नीरज खैरवाल पहली अप्रैल 2020 से 27 मई 2020 तक जबकि दीपक रावत पहली अगस्त 2016 से तीन अक्टूबर 2016 तक प्रभारी कमिश्नर रहे। राज्य बनने के बाद कमिश्नर एस राजू का कार्यकाल 25 अप्रैल 2007 से 16 मई 2010 तक रहा।
सरकारी रिकार्ड के अनुसार कुमाऊं के पहले कमिश्नर आइसीएस केएल मेहता रहे। इसके बाद आरटी शिवदसानी, राम रूप सिंह तक आइसीएस अफसर कमिश्नर रहे। एजे खान पहले आइएएस हैं, जो कुमाऊं के कमिश्नर बने।
इसके बाद एसआरडी सक्सेना, एचए सिद्दीकी, प्रकाश कृष्ण, बीआर वोहरा, केके शर्मा, एके सिंह, सतींदर कुमार सिद्या, शंकर प्रसाद मुखर्जी, कुसुमलता मित्तल, बलराज वोहरा, एनएस पांडे, मोहन चंद्र जोशी, रविशंकर जौहरी, जर्नादन प्रसाद सिंह, गोपीकृष्ण अरोड़ा, वीरेंद्र कुमार चानना, अजीत कुमार दास, ओम नारायण वैद, बालकृष्ण चतुर्वेदी, अजीत सेठ, धर्मचंद्र लाखा, प्रमोद दीपक सुधाकर, आरएस टोलिया, बीएम वोहरा, प्रवीण कुमार, जयति चंद्र कमिश्नर रहे।
राज्य बनने के दौरान सुभाष कुमार, राकेश शर्मा, कुणाल शर्मा, डा. हेमलता ढौंडियाल, आरके सुधांशु, एएस नयाल, दीपक रावत, डी सैंथिल पांडियन, चंद्रशेखर भट्ट, राजीव रौतेला, डॉ नीरज खैरवाल, अरविंद ह्यांकी व सुशील कुमार कमिश्नर बने। आइएएस दीपक रावत कुमाऊं के 46वें कमिश्नर होंगे।
दो महिलाएं भी रहीं कमिश्नर
कुसुमलता मित्तल, जयति चंद्र भी कमिश्नर रही हैं। बीके चतुर्वेदी, बीएम वोहरा, अजीत कुमार सेठ आदि देश के चर्चित अफसरों में रहे तथा कैबिनेट सचिव भी रहे।