कोविड की दूसरी लहर में माता-पिता को खोने वाले बच्चों पर मानव तस्करों की नजर
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में जिले में 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। जिस कारण कई बच्चे अनाथ हो गए। ऐसे में अनाथ हुए बच्चों पर मानव तस्करों की निगाह है। जिसके लिए पुलिस विभाग की एंटी ह्यूमन सेल सक्रिय है।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में जिले में 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। जिस कारण कई बच्चे अनाथ हो गए। ऐसे में अनाथ हुए बच्चों पर मानव तस्करों की निगाह है। जिसके लिए पुलिस विभाग की एंटी ह्यूमन सेल सक्रिय है। माता-पिता की मौत की स्थिति में नाबालिग बच्चों के बारे में शासन व प्रशासन जानकारी जुटाने में लगा हुआ है।
कोरोना संक्रमण से अनाथ हुए बच्चों को गोद लेने के लिए इंटरनेट मीडिया पर कई मैसेज वायरल होते रहे। जिसमें अनाथ बच्चों को गोद लेने की बात कही गई। ऐसे में प्रतिक्रिया के रूप में भी मैसेज वायरल हुए हैं। जिसमें कहा गया है कि अनाथ बच्चों को किसी को गोद नहीं देना है। सरकार की ओर से बच्चों को गोद लेने के लिए नियम बनाए गए हैं। नियमों के आधार पर ही बच्चों को गोद लिया जा सकता है। इंटरनेट मीडिया पर मैसेज वायरल होने के बाद पुलिस विभाग भी सतर्क मोड में आ गया है।
अनाथ हुए बच्चों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन के साथ पुलिस विभाग भी एकत्र कर रहा है। जिसमें अभी तक जिले में करीब 30 परिवारों को चिन्हित किया गया है। जिन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ देने के साथ ही मानव तस्करी से भी बचाना है। डीआइजी अजय रौतेला ने कहा कि अभी तक जिले में मानव तस्करी का कोई भी मामला प्रकाश में नहीं आया है। अनाथ हुए बच्चों की सूची दूसरे विभागों के साथ साझा की जा रही है। पुलिस विभाग मामले में सक्रियता बनाए हुए है।
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