Move to Jagran APP

Convocation of Kumaon University : जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, डॉ सौमित्र व पत्रकार रजत शर्मा को दी गई मानद उपाधि

जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को डॉक्टर ऑफ लॉ प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ सौमित्र रावत को डॉक्टर ऑफ साइंस व इंडिया टीवी चेयरमैन रजत शर्मा डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की मानद उपाधि प्रदान की गई।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 07 Mar 2020 03:15 PM (IST)Updated: Sat, 07 Mar 2020 08:40 PM (IST)
Convocation of Kumaon University : जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, डॉ सौमित्र व पत्रकार रजत शर्मा को दी गई मानद उपाधि
Convocation of Kumaon University : जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, डॉ सौमित्र व पत्रकार रजत शर्मा को दी गई मानद उपाधि

नैनीताल, जेएनएन : सुप्रीम कोर्ट के न्यायामूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि देश में भाषा, संस्कृति, सम्प्रदाय, जीवनशैली, विचारधारा अलग अलग है मगर राष्ट्र एक है। जो विपरीत विचारधारा का है, उसका भी आदर करें। अंतरात्मा का दीप हमेशा प्रज्वलित होते रहना चाहिए। न्‍यायामूर्ति ने यह बातें कुमाऊं विवि के डीएसबी परिसर में आयोजित दीक्षा समारोह के दौरान कहीं। इस दौरान जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को डॉक्टर ऑफ लॉ, प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ सौमित्र रावत को डॉक्टर ऑफ साइंस व इंडिया टीवी चेयरमैन रजत शर्मा डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की मानद उपाधि प्रदान की गई। इसके अलावा डेढ़ सौ छात्रों को पीएचडी, 62 मेधावियों को कुलपति स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक तथा 38 हजार छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। 

loksabha election banner

सवाल करें, क्‍योंकि सवाल से ही बदलता है समाज

जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हर रोज संसार को बेहतर बनाने को कोशिश होनी चाहिए। युवा जीवन में हमेशा सवाल करते रहे। सवाल करेंगे तभी समाज बदलेगा। सवालों की वजह से ही 70 साल में देश यहां पहुंच गया। हर रोज माता-पिता, घर परिवार व गुरु के बारे में सोचना चाहिए। अलग-अलग जीवनशैली व विचारधारा देश की ताकत है।

भारतीय संस्‍कृति के अनुरूप हो शिक्षा : कुलाधिपति

मुख्य अतिथि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि नई पीढ़ी प्राचीन परंपरा के साथ नवीन ज्ञान-विज्ञान का संतुलन बनाए और प्राकृतिक व आध्यात्मिक वैभव को संरक्षित करे। शिक्षित व्यक्ति ही नैतिक मूल्यों का पालक होता है। भारतीय परंपरा में माता-पिता के बाद गुरु की महिमा है। भारतीय संस्‍कृति व आध्‍यात्‍म को जानने के उद्देश्‍य से ही स्वामी विवेकानंद पीठ, गांधी एवं प्रवासी अध्ययन केंद्र विवि में शुरू किया गया है।

भारती की अर्थव्‍यवस्‍था को सुधारने वाले शोध हों

पीएम नरेंद्र मोदी ने पांच खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्‍य काे पूरा करने में हर किसी की सहभागिता जरूरी है। ऐसे में बदलती परिस्थितियों में शोध और पाठ्यक्रम ऐसे हों जो, देश की आर्थिक व सामाजिक समृद्धि में योगदान देने में सक्षम हों।

विवि में शुरू किए जाएंगे ये कोर्स

कुलाधिपति ने कहा कि विवि में फोरेंसिक विज्ञान, साइबर सिक्योरिटी और अपराध शास्त्र जैसे विषय आरम्भ होने जा रहे हैं। 25 स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रम शुरू होंगे। कुमाऊं विवि व जीबी पंत विवि के बीच सहयोग व समन्वय पर जोर दिया। उच्च शिक्षा में मानवतावादी दृष्टिकोण को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

समारोह के दौरान ये रहे मौजूद

इस दौरान विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत, कुलपति प्रो केएस राणा, सीडीओ विनीत कुमार, एसएसपी सुनील मीणा, एडीएम कैलाश टोलिया,  पूर्व सांसद महेंद्र पाल,  पूर्व विधायक डॉ एनएस जंतवाल,  कार्यपरिषद सदस्य अरविंद पडियार, कैलाश जोशी, बहादुर पाल, केवल सती, परिसर निदेशक प्रो एलएम जोशी,   प्रो डीएस बिष्ट, प्रो नीता बोरा शर्मा,  प्रो अतुल जोशी, प्रो एसपीएस बिष्ट,  डॉ महेंद्र राणा समेत प्राध्यापक, विद्या परिषद सदस्य समेत अन्य मौजूद रहे।  समारोह जारी है।

यह भी पढ़ें : एप के सहारे अब यातायात नियम तोडऩे वालों का पब्लिक भी करवा सकेगी चालान

य‍ह भी पढ़ें : कोरोना वायरस को लेकर पंतनगर एयरपोर्ट को किया गया हाई अलर्ट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.