खाद के रूप में इस्तेमाल हो सकेगा घर का कूड़ा, नगर पालिका हर रविवार को लोगों को सिखा रही किचन के कूड़े से खाद बनाना
पालिकाध्यक्ष मो. अकरम ने बताया कि घरों के कीचन से काफी जैविक कूड़ा निकलता है। इस कूड़े को नगर पालिका की कूड़ा गाड़ी एकत्र करके ले जाती है। कई जगह कीचन के कूड़े को लोग खुले में फेंक देते हैं। कूड़ा सडऩे से पर्यावरण भी इसका असर पड़ता है।
जागरण संवाददाता, रामनगर : अब कीचन के जैविक कूड़े का भी उपयोग हो सकेगा। नगर पालिका द्वारा जैविक कूड़े को खाद के रूप में इस्तेमाल करने की पहल शुरू कर दी है। इसके लिए लोगों को जानकारी दी जा रही है। इसका मकसद जहां पर्यावरण का संरक्षण हो सकेगा वहीं पौधों के लिए खाद भी मिल सकेगी।
स्वच्छता संकल्प देश का अभियान के तहत हर रविवार को लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता व कार्य किए जा रहे हैं। रविवार को भी नगर पालिका में लोगों को घरों के कूड़े को अलग-अलग करने व जैविक कूड़े के इस्तेमाल की जानकारी दी गई। पालिकाध्यक्ष मो. अकरम ने बताया कि घरों के कीचन से काफी जैविक कूड़ा निकलता है। इस कूड़े को नगर पालिका की कूड़ा गाड़ी एकत्र करके ले जाती है। कई जगह कीचन के कूड़े को लोग खुले में फेंक देते हैं। कूड़ा सडऩे से पर्यावरण भी इसका असर पड़ता है। नगर पालिका के ईओ भरत त्रिपाठी ने बताया कि अंडे, सब्जी, फल के छिलके, प्रयोग की गई चाय पत्ती समेत अन्य जैविक कूड़े व सुखी पत्ती को मिलाकर रख दिया जाए। कुछ ही दिन में सूखी पत्ती की वजह से खाद बनने लगेगी। मटके को बीच-बीच में धूप भी दिखानी होगी। कुछ ही दिन में मटके के भीतर रखा कूड़ा खाद में बदल जाएगा। उस जैविक खाद का इस्तेमाल लोग अपने गमलों व खेत मेें लगे पौधों में कर सकेेंगे। इस दौरान लखनपुर में पालिका की टीम द्वारा बच्चों को भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें