एचएमटी फैक्ट्री के कर्मचारियों को तीन साल से नहीं मिला वेतन, सांसद से साझा किया दर्द
कोरोना संकट में आर्थिक परेशानी से जूझ रहे उद्योगों को उठाने के लिए सरकार ने राहत पैकेज का एलान किया है।
हल्द्वानी, जेएनएन : कोरोना संकट में आर्थिक परेशानी से जूझ रहे उद्योगों को उठाने के लिए सरकार ने राहत पैकेज का एलान किया है। दूसरी ओर एचएमटी फैक्ट्री के 143 कर्मचारी व तीन मृतक कर्मचारियों के परिजन तीन साल के वेतन को तरस गए हैं। रविवार को कर्मचारियों ने सांसद अजय भट्ट से मुलाकात कर वेतन दिलाने की मांग की।
एचएमटी कामगार संघ के बैनर तले सांसद से मिले कर्मचारियों ने कहा कि उनका परिवार गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। सरकार दो माह के लॉकडाउन काल से संकट में आ गए उद्योगों, कामगारों को मदद पहुंचाने का एलान कर चुकी है।
एचएमटी कर्मचारी अपनी जायज मांग के लिए लगातार आवाज उठा रहे, लेकिन प्रबंधन या शासन स्तर से किसी तरह की सुनवाई नहीं हो रही। सांसद अजय भट्ट ने उद्योग मंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि एचएमटी को 22 मार्च 2019 को बंद किया गया था। लिहाजा कर्मचारियों को नवंबर 2016 से मार्च 2019 तक का वेतन, चिकित्सा प्रतिपूर्ति का भुगतान किया जाए।
भगवान सिंह, अध्यक्ष एचएमटी कामगार संघ ने कहा कि सरकार आर्थिक संकट से जूझ रहे परिवारों के लिए आर्थिक पैकेज का एलान कर चुकी है। एचएमटी कर्मचारियों के बकाया वेतन, चिकित्सा प्रतिपूर्ति का भुगतान किया जाए।
मुकेश तिवारी, महामंत्री एचएमटी कामगार संघ का कहना है कि कर्मचारी अपने वेतन के लिए लगातार आवाज उठा रहे हैं। हाई कोर्ट ने कर्मचारियों के पक्ष में फैसला सुनाया है। एचएमटी प्रबंधन और सरकार को हमारी सुननी चाहिए।
राम अयोध्या शुक्ल, एचएमटी कर्मचारी ने बताया कि हमारे तीन साल से अधिक समय का वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। कर्मचारी अपने अधिकारों के लिए लगातार आवाज उठा रहे हैं। सरकार को हमारे साथ न्याय करना चाहिए।
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