पांच सालों से बंद पड़ी एचएमटी काॅलोनी के पाॅवर हाउस की बिल्डिंग जमींदोज, अंधेरे में 24 परिवार
पांच सालों से बंद पड़ी रानीबाग स्थित एचएमटी फैक्ट्री की आवासीय काॅलोनी को विद्युत आपूर्ति करने वाला एक हजार केवी पाॅवर हाउस का भवन बारिश के कारण जमींदोज हो गया।
हल्द्वानी, जेएनएन : पांच सालों से बंद पड़ी रानीबाग स्थित एचएमटी फैक्ट्री की आवासीय काॅलोनी को विद्युत आपूर्ति करने वाला एक हजार केवी पाॅवर हाउस का भवन बारिश के कारण जमींदोज हो गया। इससे एचएमटी काॅलोनी में रहने वाले करीब 24 परिवारों की विद्युत आपूर्ति ठप हो गयी है। एचएमटी के महाप्रबंधनक ने पाॅवर हाउस का मुआयना कर इसकी रिपोर्ट बनाकर बंगलुरू स्थित मुख्यालय को भेज दी है। वहीं पाॅवर हाउस गिरने की घटना के बाद ऊर्जा निगम जांच कर रही है कि बिजली कहां से ली गयी थी।
रानीबाग स्थित एमएचटी फैक्ट्री वर्ष 2016 में पूरी तरह से बंद कर दी गयी थी। हालांकि फैक्ट्री में उत्पादन इससे भी काफी पहले से बंद हो गया था। फॅैक्ट्री बंद होने के बाद कुछ लोगों ने न्यायालय की शरण ली। इनमें शामिल करीब 24 परिवार फैक्ट्री की अमृतपुर स्थित आवासीय कालोनी में रह रहे हैं। इनको बिजली की आपूर्ति कालोनी के पास ही स्थित मिनी पावर हाउस से हो रही थी। एचएमटी के जीएम एसएस गुप्ता ने बताया कि इस मिनी पावर हाउस में फैक्ट्री के पावर हाउस से बिजली आती थी।
शुक्रवार की तड़के करीब साढ़े तीन बजे आवासीय कालोनी के लिए बने मिनी पावर हाउस का भवन ध्वस्त हो गया। इससे कालोनी को आपूर्ति ठप हो गयी। सुबह इसका पता लगने पर उन्होंने इलेक्ट्रीसिटी विभाग की टीम के साथ मुआयना कर रिपोर्ट व फोटो मुख्यालय को भेज दी है। वहीं ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड देवेंद्र बिष्ट ने बताया कि एचएमटी को बिजली का कनेक्शन कई सालों पहले काटने की प्राथमिक जानकारी मिली थी। फैक्ट्री और आवासीय कालोनी में बिजली कहां से आपूर्ति की जा रही थी, इसकी जांच की जा रही है।