हिमालयन एडवेंचर थीम बदलेगा बागेश्वर की सूरत, नए पर्यटन स्थल खोलेंगे संभावनाओं के द्वार
हिमालयन एडवेंचर थीम के जरिए नए पर्यटन स्थल विकसित करने जा रहा है। प्रस्ताव शासन को भेजा गया है और केंद्रीय एजेंसी की जांच के बाद मुहर लगनी बाकी है। बागेश्वर में नए पर्यटक स्थल विकसित होने जिले की आर्थिकी बढ़ने के साथ ही नए रोजगार सृजित होंगे।
बागेश्वर, जेएनएन : पर्यटन विभाग गोल्डन वैली आफ हिमालयन एडवेंचर थीम के जरिए नए पर्यटन स्थल विकसित करने जा रहा है। प्रस्ताव शासन को भेजा गया है और केंद्रीय एजेंसी की जांच के बाद मुहर लगनी बाकी है। बागेश्वर में नए पर्यटक स्थल विकसित होने जिले की आर्थिकी बढ़ने के साथ ही नए रोजगार सृजित होंगे।
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। यहां विश्व प्रसिद्ध पिंडारी, कफनी ग्लेशियर के अलावा सुंदरढूंगा घाटी पहले से साहसिक पर्यटन के लिए जानी जाती है। वहीं, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों का मिनी स्वीटजरलैंड कौसानी में पर्यटन व्यवसाय सीजन में चढ़ता है। यहां देशी-विदेशी पर्यटकों को सालभर में तांता लगा रहा है। बैजनाथ, बागनाथ मंदिर समूह को देखने के लिए भी धार्मिक पर्यटक यहां आते रहते हैं।
अब पर्यटन विभाग ने बागेश्वर में भी पर्यटन को बढ़ाने के लिए नई योजना तैयार की है। जिले में पिंडारी ग्लेशियर, बैजनाथ मंदिर, बागनाथ मंदिर, कौसानी में सैलानी आते हैं, लेकिन अन्य स्थान उपेक्षित रह जाते हैं। पर्यटन विभाग ने गोल्डन वैली ऑफ हिमालयन एडवेंचर थीम के तहत पैराग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग, माउंटेन बाइकिंग, स्कीइंग के लिए स्थल चिह्नित किए हैं। प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है। अब केंद्रीय एजेंसियां प्रस्ताव के अनुसार स्थलों का मुआयना करेगी।
सहासिक खेलों से मिलेगा मुकाम
- सरयू नदी से बालीघाट मेहनरबूंगा-राफ्टिंग
- सरयू नदी में बिलौना से बूढ़ाधार-एंग्लिंग
- धाकुड़ी, चिल्ठा टॉप-स्नोस्कीइंग
- बैजनाथ झील-नौका विहार
- बिलौना, दुलम-पैराग्लाइडिंग
- जौलकांडे, कौसानी-माउंटेन बाइकिंग सेंटर
- पिंडारी, कफनी, नामिक, सुंदरढूंगा घाटी-ग्लेशियर ट्रैकिंग
- कौसानी, धरमघर, शिखर-बर्ड वॉचिंग
ये लोकल ट्रैक होंगे विकसित
धरमघर-कालीनाग-कस्तूरी मार्ग-फेणीनाग तक, बैजनाथ-गरुड़-कौसानी, शिखर भनार, शामा, देवलधार, पांडूस्थल आदि स्थानों का पर्यटन स्थल के रूप में विकास होने पर स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा। उन्हें रोजी-रोटी के लिए गांव छोड़कर महानगरों का रुख नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा स्थानीय फल, सब्जी और अन्य उत्पादों का दायरा बढ़ेगा साथ ही विपणन की सुविधा भी उन्हें उपलब्ध हो सकेगी।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ती चंद्र आर्य ने कहा कि गोल्डन वैली ऑफ हिमालयन एडवेंचर थीम के जरिए साहसिक खेलों के लिए नए पर्यटन स्थल विकसित करने की योजना बनाई गई है। प्रस्ताव शासन के पास भेजा है, केंद्रीय एजेंसी की जांच के बाद मुहर लगेगी।