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तीसरे दिन खुला हाइवे, जनता ने झेली परेशानी, चीन सीमा को जोडऩे वाले दो मार्ग दूसरे दिन भी बंद

साठ घंटे की बारिश थमने से जनता ने राहत की सांस ली है। भारी बारिश से तीन प्रमुख मार्ग बंद होने से जनता को भारी परेशानी भी झेलनी पड़ी। टनकपुर -तवाघाट हाइवे तीसरे दिन यातायात के लिए खुला। चीन सीमा को जोडऩे वाले दो मार्ग दूसरे दिन भी बंद हैं।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sat, 22 May 2021 05:47 PM (IST)Updated: Sat, 22 May 2021 05:47 PM (IST)
तीसरे दिन खुला हाइवे, जनता ने झेली परेशानी, चीन सीमा को जोडऩे वाले दो मार्ग दूसरे दिन भी बंद
चीन सीमा का सम्पर्क भंग है। अन्य बंद मार्ग यातायात के लिए खुल चुके हैं।

जागरण टीम , पिथौरागढ़/ धारचूला/ मुनस्यारी : बीते दिनों साठ घंटे की बारिश थमने से जनता ने राहत की सांस ली है। भारी बारिश से  तीन प्रमुख मार्ग बंद होने से जनता को भारी परेशानी भी झेलनी पड़ी। टनकपुर -तवाघाट हाइवे तीसरे दिन यातायात के लिए खुला। वहीं चीन सीमा को जोडऩे वाले दो प्रमुख मार्ग दूसरे दिन भी बंद हैं। चीन सीमा का सम्पर्क भंग है। अन्य बंद मार्ग यातायात के लिए खुल चुके हैं।

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टनकपुर -तवाघाट हाइवे जिला मुख्यालय से लगभग 22 किमी दूर चुपकोट बैंड के पास मलबा आने से गुरु  वार की देर सायं बंद हो गया था। शुक्रवार को भी मार्ग बंद रहा। शनिवार दोपहर साढ़े बारह बजे के आसपास एनएच मार्ग खोल सका। एनएच बंद रहने से जिला मुख्यालय सहित जिले का अन्य जिलों और मैदानी क्षेत्रों से सम्पर्क कटा रहा। चुपकोट बैंड आलवेदर सड़क का नासूर बन चुका है। आए दिन इस स्थान पर मलबा आने से मार्ग बंद हो जाता है। मार्ग बंद रहने के दौरान ट्रांसमेनशिप के जरिए आवागमन चला।

धारचूला से मिली सूचना के अनुसार चीन सीमा को जोडऩे वाले दोनों मार्ग गर्बाधार- लिपुलेख और सोबला -तिदांग मार्ग दूसरे दिन भी बंद हैं। मार्ग बंद होने से व्यास घाटी के सात और दारमा घाटी के पंद्रह गांवों का सम्पर्क भंग है। चीन सीमा से लगा क्षेत्र अलग-थलग पड़ा है। लिपुलेख मार्ग में नजंग और छियालेख के पास मलबा आने तो तिदांग मार्ग में दारमा के प्रवेश द्वार दर के पास मलबा आने से मार्ग बंद हैं। लिपुलेख मार्ग में बीआरओ और तिदांग मार्ग में सीपीडब्ल्युडी मलबा हटाने में जुटे हैं।

मुनस्यारी से प्राप्त समाचारों के अनुसार बीआरओ संचालित जौलजीबी -मुनस्यारी मार्ग में दराती के पास नवनिर्मित गार्डर पुल की दीवार ढह गई है। इस स्थान पर गत वर्ष की आपदा के दौरान सीसी मोटर पुल बह गया था। इधर अब नए गार्डर पुल की दीवार ढहने से खतरा बना हुआ है। थल -मुनस्यारी मार्ग में वनिक के पास सड़क टूटने से केवल छोटे वाहनों की आवाजाही हो रही है। अलबत्त्ता नाचनी - भैंस्कोट मार्ग दूसरे दिन यातायात के लिए खुल चुका है परंतु हुपुली - सुंदरीनाग मार्ग दूसरे दिन भी यातायात के लिए बंद है।

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