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नैनीताल के बलियानाला में भारी भूस्खलन, दहशत में आधा दर्जन लोगों ने छोड़ा घर

नैनीताल के तल्लीताल नगर क्षेत्र में स्थित बलियानाला एक बार फिर भयानक रूप में नजर आने लगा है। दो दिन तक हुई मूसलाधार बारिश के बाद बुधवार सुबह पहाड़ी पर भारी भूस्खलन हो गया। जिससे क्षेत्र वासियों में दहशत फैल गई।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 02:20 PM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 02:20 PM (IST)
नैनीताल के बलियानाला में भारी भूस्खलन, दहशत में आधा दर्जन लोगों ने छोड़ा घर
नैनीताल के बलियानाला में भारी भूस्खलन, दहशत में आधा दर्जन लोगों ने छोड़ा घर

नैनीताल, जागरण संवाददाता : नैनीताल के तल्लीताल नगर क्षेत्र में स्थित बलियानाला एक बार फिर भयानक रूप में नजर आने लगा है। दो दिन तक हुई मूसलाधार बारिश के बाद बुधवार सुबह पहाड़ी पर भारी भूस्खलन हो गया। जिससे क्षेत्र वासियों में दहशत फैल गई। भूस्खलन बढ़ने की संभावना को देखते हुए आधा दर्जन लोगों ने अपने मकान खाली कर दिए है। वहीं पुलिस और सिंचाई विभाग की टीम ने भी मौका मुआयना कर लोगों से सुरक्षित स्थान पर चले जाने की अपील की।

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बता दें कि शहर के तलहटी पर स्थित बलियानाला वर्षों से शहर के लिए खतरा बना हुआ है। हर वर्ष बरसात में पहाड़ी पर भूस्खलन होने से डर बना रहता है। इधर मौसम विभाग द्वारा दो दिन का रेड अलर्ट जारी करने के दौरान भारी बारिश में बलियानाले में आंशिक रूप से भूस्खलन हुआ। मगर बुधवार सुबह तेज धूप खिली तो बलियानाला पहाड़ी का बड़ा हिस्सा चटक कर नाले में समा गया। तेज आवाज के साथ मलबा गिरा तो क्षेत्रवासियों में हड़कंप मच गया। सभी लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। सूचना मिलने के बाद तल्लीताल एसओ रोहिताश सिंह सागर पुलिस कर्मियों के साथ और सिंचाई विभाग अधिशासी अभियंता केएस चौहान ने अन्य कर्मियों के साथ क्षेत्र का निरीक्षण कर लोगों से हालचाल जाना। साथ ही खतरे की जद में आए लोगों को मकान छोड़ने की अपील की।

दहशत से आधा दर्जन लोगों ने छोड़े मकान

बलियानाला क्षेत्र में एक बार फिर भारी भूस्खलन होने से क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है। भूस्खलन आवासीय क्षेत्र से करीब 30 फीट की दूरी तक पहुँच चुका है। जिससे भवनों को भारी खतरा हो गया है। खतरा देखते हुए आधा दर्जन भवन स्वामियों ने मकानों से सामान खाली कर लिया है। साथ ही अन्यत्र विस्थापित होने की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं क्षेत्र में भारी भूस्खलन के बावजूद प्रशासन की कोई टीम मौजूद नहीं थी। स्थानीय सभासद रेखा आर्य ने खतरे की जद में आए लोगों को अन्य सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित करने की मांग की है।

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