नैनीताल में कोरोना काल के दौरान बंद होटल व अन्य प्रतिष्ठान के बिजली बिल लाखों के आए
नैनीताल में करीब पांच हजार पेयजल उपभोक्ताओं के घरों व व्यावसायिक प्रतिष्ठान पर लगे इलेक्ट्रॉनिक मीटर जी का जंजाल बन चुके हैं। इन मीटर की वजह से पानी के बिल जो सैकड़ों में आते थे अब हज़ारों में आ रहे हैं।
नैनीताल, जागरण संवाददाता : नैनीताल में करीब पांच हजार पेयजल उपभोक्ताओं के घरों व व्यावसायिक प्रतिष्ठान पर लगे इलेक्ट्रॉनिक मीटर जी का जंजाल बन चुके हैं। इन मीटर की वजह से पानी के बिल जो सैकड़ों में आते थे अब हज़ारों में आ रहे हैं। गड़बड़ी तब उजागर हुई जब कोरोना काल में बंद होटल व अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान के लाखों के बिल आ गए। होटल एसोसिएशन ने बिलों के भुगतान से इनकार कर दिया है।
एशियन डेवलपमेंट बैंक से वित्त पोषित प्रोजेक्ट के तहत पेयजल उपभोक्ताओं के कनेक्शन जोड़ने के बाद यह मीटर लगाए गए। इन मीटर में चिप लगी है, जिससे गणना करने वाला दो सौ मीटर दूर से ही उपभोक्ताओं के द्वारा उपभोग किये गए पानी की मात्रा ट्रेस कर लेता है। शुरुआत में तो ठीक रहा धीरे धीरे पानी के भारी भरकम बिल देख उपभोक्ताओं के साथ ही जल संस्थान के अधिकारी भी दंग रह गए। जल संस्थान के समक्ष लगातार बिलों की शिकायत आ रही है मगर समाधान अब तक नहीं निकला है।
सत्ताधारी भाजपा की ओर मुख्यमंत्री से लेकर मुख्यसचिव तथा जिला प्रशासन व जल संस्थान अधिकारियों के समक्ष मामला उठाया गया, विधायक संजीव आर्य ने भी यह मसला मुख्यमंत्री व पेयजल विभाग के अधिकारियों के समक्ष रखा मगर अब तक समाधान नहीं हुआ है। व्यापार मंडल मल्लीताल ने तो इस मामले को लेकर आंदोलन की शुरुआत कर दी है। जल संस्थान के अधिकारियों के अनुसार उन्होंने मामला उच्चाधिकारियों को भेज दिया है।
होटल एशोसिएशन का इनकार
होटल एसोशिएशन ने भारी भरकम बिल जमा करने से इनकार कर दिया है। बकायदा एसोशिएशन अध्यक्ष दिनेश साह की ओर से इस संबंध में यूनियन सदस्यों को पत्र भेजा गया है। उनका कहना है कि कोरोना काल में जब होटल बंद थे तो भारी भरकम बिल कैसे आ गए।
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