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एटीएम क्‍लोनिंग डिवाइस लगाते हुए सीसीटीवी में कैद हुए हैकर्स, लाखों रुपए उड़ाने की थी योजना

नैनीताल के मल्लीताल स्थित पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम मशीन में हैकरों ने क्‍लोनिंग डिवाइस लगा दिया। इसकी मदद से वे एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर बड़ा हाथ मारने वाले थे।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Tue, 05 Nov 2019 06:51 PM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 11:36 AM (IST)
एटीएम क्‍लोनिंग डिवाइस लगाते हुए सीसीटीवी में कैद हुए हैकर्स, लाखों रुपए उड़ाने की थी योजना
एटीएम क्‍लोनिंग डिवाइस लगाते हुए सीसीटीवी में कैद हुए हैकर्स, लाखों रुपए उड़ाने की थी योजना

नैनीताल, जेएनएन : नैनीताल के मल्लीताल स्थित पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम मशीन में हैकरों ने क्‍लोनिंग डिवाइस लगा दिया। इसकी मदद से वे एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर बड़ा हाथ मारने वाले थे। लेकिन सिक्‍योरिटी कार्ड की सूझबूझ के चलते बहुत से उपभोक्‍ताओं के खातों में सेंध लगने से बच गई। दरअसल सोमवार शाम को गार्ड जब एटीएम के अंदर गया तो उसे फर्श और एटीएम के आसपास चिपचिपा पदार्थ लगा नजर आया। मामला संदिग्‍ध लगने पर उसने तत्‍काल इसकी सूचना बैंक को दी। मंगलवार को बैंक मैनेजर और कर्मचारी जब एटीएम मशीन पर पहुंचे तो वहां जांच में जो मिला उसे देखकर स्‍तब्‍ध रह गए। उन्‍होंने पाया कि एटीएम मशीन के माउंट में हैकरों ने एटीएम क्‍लोनिंग कार्ड फिक्‍स कर दिया था। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया। सीसीटीवी में हैकरों की पूरी कारस्‍तानी कैद हुई है।

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साइबर अपराधियों का जाल दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। अक्‍सर खबरें आती हैं कि साइबर क्रिमिनलों ने खाते से लाखों रुपये उड़ा दिए। जबकि पीडि़त ने न तो किसी से एटीएम कार्ड से संबंधित जानकारी साझा की होती है, न ही उसका एटीएम गायब हुआ होता है। फिर भी उनके खाते से रुपयों का ट्रांजिक्‍शन हो चुका होता है। दरअसल ऐसा होता है एटीएम क्‍लोनिंग डिवाइस की मदद से। साइबर क्रिमिनलों ने बड़ा हाथ मारने के मकसद से ही मल्‍लीताल स्थित पीएनबी बैंक के एटीएम मशीन में क्‍लोनिंग डिवाइस फिक्‍स कर दी। लेकिन सिक्‍यारिटी गार्ड को कुछ गड़बड़ होने की भनक लग गई । उसने इसकी सूचना बैंक मैनेजर को दी। मंगलवार को बैंक प्रबंधक एमएस मर्तोलिया व बैंककर्मी पान सिंह एटीएम पहुंचे और जांच की तो एटीएम मशीन में एटीएम क्‍लोनिंग डिवाइस फिक्‍स मिला। इसके बाद उन्‍होंने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो उसमें हैकरों की पूरी हरकत कैद नजर आई। बैंक मैनेजर की तहरीर पर कोतवाली में तहरीर दी गई है। वहीं पुलिस साइबर अपराधियों की तलाश में जुट गई है। 2016 में भी हैकरों ने पीएनबी के एटीएम में क्लोनिंग डिवाइस की मदद से करीब 16 लाख रुपए उड़ा लिए थे।

सीसीटीवी में कैद हुई है हैकरों की हरकत

एटीएम मशीन में क्‍लोनिंग डिवाइस लगाते हुए हैकरों की वीडियो कैद हो गई है। उसमें साफ दिख रहा है दो लोग एटीएम मशीन में घुसते हैं और जल्‍दबाजी में एटीएम मशीन के माउंट में एटीएम क्‍लोनिंग डिवाइस फिक्‍स करने के बाद निकल जाते हैं। फुटेज को पुलिस ने अपने कब्‍जे ले लिया है और हैकरों की तलाश शुरू कर दी है। 

दस एटीएम लॉक कराए गए

साइबर ठगों द्वारा एटीएम मशीन में क्‍लोनिंग डिवाइस फिक्‍स किए जाने के बाद से दस एटीएम कार्ड से ट्रांजिक्‍शन किया जा चुका था। बैंक मैनेजर ने आइटी सेल की मदद से उन्‍हें चिन्हित कर एटीएम कार्ड लॉक करा दिए, जिससे कि उन खातों से ट्रांजिक्‍शन न हो सके।

स्कीमर से चोरी कर लेते हैं डाटा

साइबर ठग एटीएम, क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड की क्लोनिंग के लिए मशीन में स्कीमर लगा देते हैं। स्कीमर मशीन को वह स्वाइप मशीन या एटीएम मशीन में पहले ही फिट कर देते हैं। फिर जैसे ही आप कार्ड स्वाइप या एटीएम मशीन में इस्तेमाल करते हैं आपके कार्ड की सारी डिटेल इस मशीन में कॉपी हो जाती है। इसके बाद ठग आपके कार्ड की सारी डिटेल कंप्यूटर या अन्य तरीकों के जरिए खाली कार्ड में डालकर कार्ड क्लोन तैयार कर लेते हैं। इसका इस्तेमाल कर ठग दूसरी जगह से पैसे निकाल लेते हैं। इस तरीके से ठग लोगों को लाखों का चूना लगा चुके हैं ।

इस तरह काम करता है स्‍कीमर

कई एटीएम मशीनों में ठग इस तरह की स्कीमर मशीन की किट लगा देते हैं। इसमें कीपैड पर एक मेट के तरीके का उपकरण, स्वाइप की जगह कॉपी मशीन और पासवर्ड को देखने के लिए एक बटन जैसा कैमरा लगाया जाता है। इस मशीन में जितने भी एटीएम स्वाइप होते हैं उन सभी का डेटा इसके पास इकट्ठा हो जाता है। इस तरह वह एटीएम कार्ड को क्लोन कर वारदातों को अंजाम देते हैं। 

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