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साइबर ठगों से एक कदम आगे बढ़कर ट्रांजेक्शन रोकने पर रहेगा जोर

अब नैनीताल पुलिस की योजना में इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि किसी भी व्यक्ति के खाते से पैसे यदि कटते हैं तो फौरन कार्रवाई शुरू कर दी जाए। जिससे ठग चाहकर भी पीड़ित के खाते से पैसे नहीं निकाल सकें।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sun, 06 Jun 2021 12:12 AM (IST)Updated: Sun, 06 Jun 2021 12:12 AM (IST)
साइबर ठगों से एक कदम आगे बढ़कर ट्रांजेक्शन रोकने पर रहेगा जोर
आम जनता हेल्पलाइन नंबर 8171200003 पर या नजदीकी थाना, चौकी में शिकायत की जा सकती है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : आर्थिक अपराध के मामलों में साइबर ठगों पर लगाम लगाते हुए पीड़ित के बैंक खाते से निकाली गई धनराशि का ट्रांजैक्शन रोकने पर जोर दिया जा रहा है। जिसके लिए पुलिस कर्मचारियों व थाना प्रभारियों को प्रशिक्षित किया जाना है।

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साइबर ठगी के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। जिसमें आम आदमी के साथ ही अधिकारियों व पुलिस कर्मचारियों को भी ठगी का शिकार बना लिया जा रहा है। साइबर ठगी को रोकने के लिए पुलिस की ओर से किए जा रहे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। ऐसे में अब नैनीताल पुलिस की योजना में इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि किसी भी व्यक्ति के खाते से पैसे यदि कटते हैं तो फौरन कार्रवाई शुरू कर दी जाए। जिससे ठग चाहकर भी पीड़ित के खाते से पैसे नहीं निकाल सकें। ऐसे में आर्थिक अपराध के मामले तेजी से निपटाए जा सकेंगे। इसी के साथ साइबर ठग भी हतोत्साहित होंगे। जिसके लिए जिले के साइबर सेल ने लोगों व पुलिस कर्मचारियों दोनों को जागरूक करने की योजना बनाई है। जिसके लिए कार्य भी शुरू कर दिया गया है।

साइबर सेल की ओर से पुलिस कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए पॉवर प्वाइंट पर आधारित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिससे आर्थिक अपराध व साइबर ठगी के मामलों में आवश्यक दस्तावेज जुटाए जा सकें। एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने बताया कि साइबर ठगी को रोकने के लिए पुलिस व जनता दोनों का जागरूक होना आवश्यक है। इसके लिए सभी थाना अध्यक्षों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। थानों में तैनात साइबर सेल प्रभारियों को भी इसके लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। साइबर ठगी के दर्ज किए गए मामलों में विवेचना का कार्य भी जारी है। आम जनता की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर 8171200003 पर या नजदीकी थाना, चौकी में शिकायत की जा सकती है।

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