Glacier slip in Pithoragarh : उच्च हिमालयी दारमा घाटी के अंतिम गांव सीपू के पास ग्लेशियर खिसका, सीपू-मार्छा को जोड़ने वाला लकड़ी का पुल बहा
Glacier slip in Pithoragarh सप्ताह भर पूर्व हुए हिमपात के दौरान सीपू गांव के पास का ग्लेशियर खिसक गया। इसकी चपेट में आकर पैदल पुल बह गया। अब सीपू गांव अलग-थलग पड़ गया है। आइटीबीपी द्वारा सूचना मिलने के बाद से सीपू गांव के लोग परेशान हैं।
जागरण संवाददाता, धारचूला (पिथौरागढ़) : Glacier slip in Pithoragarh उच्च हिमालय में भारी हिमपात के बाद पिछले सप्ताह वहां के ग्लेशियर खिसक चुके हैं। चीन सीमा पर स्थित दारमा घाटी के अंतिम गांव सीपू को जोडऩे वाला पैदल पुल बह गया है। सोबला-ढाकर, तिदांग मार्ग पर कई स्थानों पर ग्लेशियर आने से बंद हैं। ग्लेशियर आने से मार्ग बंद होने के कारण अगले माह से माइग्रेशन करने वाले ग्रामीण परेशान हैं।
एक सप्ताह पूर्व दारमा घाटी में भारी हिमपात हुआ था। हिमपात के दौरान सीपू गांव के निकट ग्लेशियर खिसक गया। जिसकी चपेट में आने से सीपू गाड़ पर बना नया पैदल पुल बह गया है। जिससे सीपू गांव अलग-थलग पड़ चुका है। हालांकि इस समय यह क्षेत्र जनशून्य रहता है। आइटीबीपी द्वारा सूचना मिलने के बाद से सीपू गांव के लोग परेशान हैं। ग्राम प्रधान शांति सीपाल ने बताया कि हिमपात से सेला से लेकर सीपू तक कई ग्लेशियर खिसक चुके हैं। सोबला-दारमा मार्ग पर ग्लेशियर आ चुके हैं।
अप्रैल से ग्रामीण ग्रीष्मकालीन माइग्रेशन कर वापस इन गांवों की ओर लौटते हैं। सीपू गांव से बीस परिवार माइग्रेशन में जाते हैं। दीलिंग दारमा सेवा समिति के कोषाध्यक्ष जीवन सिंह सीपाल ने बताया कि ग्लेशियर की चपेट में आकर बहे पुल का निर्माण पिछले साल ही किया गया था। समिति ने प्रशासन से एक राजस्व टीम दारमा भेज कर गांवों में हुए नुकसान का आंकलन करने की मांग की है।
(सीपू गांंव का पुल जो बह गया)
बाइक से गांव पहुंचे युवा
अपने गांव की स्थिति देखने बाइक से दुग्तू जाकर एक दिन पूर्व लौटे युवा प्रकाश दुग्ताल, मान सिंह दुग्ताल, रमेश दुग्ताल योगेश और जितेंद्र ने बताया कि सेला से बालिंग के मध्य सड़क पर ग्लेशियर आ चुके हैं। जिसके चलते मार्ग बंद हो चुका है। अब यहां आने-जाने के लिए बर्फ हटानी होगी।
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