भूगर्भीय सर्वेक्षण व मिट्टी के परीक्षण के बाद ही होगा माल रोड का ट्रीटमेंट
माल रोड के स्थायी उपचार से पहले शासन-प्रशासन धंसाव व दरार वाले क्षेत्र के भूगर्भीय सर्वेक्षण व मिट्टी के परीक्षण के बाद ही कदम बढ़ाएगा।
नैनीताल, जेएनएन : माल रोड के स्थायी उपचार से पहले शासन-प्रशासन धंसाव व दरार वाले क्षेत्र के भूगर्भीय सर्वेक्षण व मिट्टी के परीक्षण के बाद ही कदम बढ़ाएगा। इन दिनों आइआइटी के विशेषज्ञों के सुझाव पर मशीन से माल रोड के धंसाव वाले हिस्से से 30 मीटर गहराई से मिट्टी जांच के लिए निकाली जा रही है। इसकी रिपोर्ट के बाद ही स्थायी उपचार किया जाएगा। पिछले साल माल रोड का 25 मीटर हिस्सा झील में समा गया था, जिसके बाद सरकार के आदेश पर आइआइटी, जीएसआइ तथा आपदा प्रबंधन न्यूनीकरण केंद्र देहरादून के विशेषज्ञों की टीम ने माल रोड का व्यापक सर्वेक्षण किया था।
लोअर के साथ ही अपर माल रोड व ऊपरी पहाड़ी का भी सर्वेक्षण किया गया। लोनिवि की ओर से माल रोड के स्थायी ट्रीटमेंट के लिए 40 करोड़ का प्रोजेक्ट भेजा गया है। शासन इस प्रोजेक्ट को मंजूरी देने से पहले पूरी तरह मिट्टी की जांच कराना चाहती है। इसी के तहत माल रोड से मशीन से 30 मीटर की गहराई से मिट्टी निकाली जा रही है। ग्रैंड होटल के पास लोअर व अपर माल रोड के अलावा अन्य स्थानों पर भी दरारें पड़ रही हैं, जिससे खतरा बरकरार है।
नैनीताल में फिर हुई गंदे पानी की आपूर्ति : एडीबी के करोड़ों के पेयजल प्रोजेक्ट में खामियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर में मटमैले पानी की आपूर्ति कम नहीं हो रही है। शनिवार शाम को शहर के कमलासन कंपाउंड, स्टोनले कंपाउंड व अन्य मोहल्लों मेंं गंदे पानी की आपूर्ति हुई, जिस कारण उपभोक्ताओं को पीने के लिए प्राकृतिक जल स्रोतों तक जाना पड़ा। जल संस्थान की ओर से मुख्य टैंक व अन्य टैंकों की सफाई भी की, मगर वजह साफ नहीं हो सकी है। रविवार सुबह इन मोहल्लों में चंद बर्तन भरने के बाद साफ पानी आया, तब जाकर उपभोक्ताओं ने राहत की सांस ली। सहायक अभियंता दलीप बिष्टï ने बताया कि मुख्य पंप हाउस के पास के पाइपों तथा टैंक को साफ किया जा चुका है। पिछले दिनों पानी के नमूनों की जांच की गई तो उसमें आयरन की मात्रा अधिक निकली थी। मुख्य टैंकों की सफाई के बाद भी गंदा पानी आने की वजह पता लगाई जा रही है। सोमवार को मजदूर लगाकर लाइन चेक की जाएगी।
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