सेना के सशक्तीकरण व आधुनिकीकरण के लिए याद रखे जाएंगे जनरल रावत
लोग दिन भर दुर्घटना में घायल सभी लोगों के सकुशल बच जाने की दुआ करते रहे लेकिन शाम होते होते सीडीएस विपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत होने की दुखद खबर मिल गई। इस खबर के बाद पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई।
जागरण संवाददाता, बनबसा (चम्पावत) : सीडीएस जनरल विपिन रावत के हेलीकाप्टर दुर्घटना में मौत होने की खबर के बाद जिले भर के पूर्व सैनिकों में शोक की लहर दौड़ गई। दिन में जैसे ही सीडीएस जनरल रावत का हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिली लोग टेलीविजन पर पल पल की जानकारी लेने बैठ गए। लोग दिन भर दुर्घटना में घायल सभी लोगों के सकुशल बच जाने की दुआ करते रहे, लेकिन शाम होते होते सीडीएस विपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत होने की दुखद खबर मिल गई। इस खबर के बाद पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई। पूर्व सैनिक तो काफी सदमे में आ गए।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत के चले जाने की खबर से पूर्व फौजियों को आहत कर दिया। पूर्व सैनिक लीग के जिलाध्यक्ष आरएस देव, पूर्व सैनिक रमेश चतुर्वेदी, कै. गणेश दत्त जोशी, जगदीश चंद्र पंत, दयाकिशन चतुर्वेेदी, गोपाल दत्त पुनेठा, हयात सिंह आदि ने बताया कि जनरल विपिन रावत का चला जाना भारतीय सेना के साथ देश के लिए काफी दुखद है। उन्होंने दुर्घटना में मारे गए जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत और सेना के अन्य जवानों के प्रति भी अपनी संवेदना व्यक्त की।
इन्होंने जताई शोक-संवेदना
हेलीकाप्टर हादसे में देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत की मौत दुखद है। पूर्व सैनिक संगठन उन्हें श्रद्धांजलि देता है। देश की सेनाओं के लिए किए गए उनके द्वारा किए गए कार्य हमेशा याद रखे जाएंगे।
-कै. भानी चंद, अध्यक्ष गौरव सेनानी कल्याण समिति
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सीडीएस विपिन रावत ने सेना के तीनों अंगों को मजबूत करने के लिए सराहनीय कार्य किया। वे एक बहादुर अफसर थे। सेनाओं को आधुनिकता बनाने में उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।
-कै. हरीश चंद्र कापड़ी, उपाध्यक्ष गौरव सेनानी कल्याण समिति
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सीडीएस विपिन रावत की हेलीकाप्टर दुर्घटना में मौत से पूरा देश शोक में है। भारतीय सेना उनकी हमेशा ऋणी रहेगी। उन्होंने कई विषम परिस्थितियों में दुश्मनों से लोहा लेकर देश की सुरक्षा में योगदान दिया। उनका जाना अपूर्र्णीय क्षति है।
हवलदार पुष्कर दत्त कापड़ी
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जनरल रावत ने थल सेनाध्यक्ष रहते कई उल्लेखनीय कार्य किए। सीडीएस बनने के बाद उन्होंने उसी कार्य को आगे बढ़ाया। तीनों सेनाओं के सशक्तीकरण और आधुनिकीकरण के लिए किए उनके कार्य याद रखे जाएंगे। उनका निधन सेना और राष्ट्र के लिए दुखद है।
-जगदीश चंद्र पंत, पूर्व सैनिक