फर्नीचर कारोबारी बना तस्कर, जंगल से काटे पेड़, ट्रैप कैमरे से खुला राज, दुकान से बरामद लकड़ी
तस्करी के मामले में पुलिस ने फर्नीचर कारोबारी की दुकान से भारी मात्रा में सागौन की चीरी लकड़ी बरामद की है। आरोपित और उसके तीन साथी फरार है। तस्करों के खिलाफ फॉरेस्ट एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है।
जागरण संवादददाता, हल्द्वानी : तस्करी के मामले में पुलिस ने फर्नीचर कारोबारी की दुकान से भारी मात्रा में सागौन की चीरी लकड़ी बरामद की है। आरोपित और उसके तीन साथी फरार है। तस्करों के खिलाफ फॉरेस्ट एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। जंगल में लगे ट्रैप कैमरे से लकड़ी कटान की जानकारी मिलने के साथ आरोपितों का सुराग भी लगा।
फतेहपुर रेंज के कंपार्ट नंबर 13 का जंगल दमुवाढूंगा से सटा हुआ है। रविवार सुबह छह बजे वन विभाग को मालूम हुआ कि सागौन के दो पेड़ जंगल से काट दिए गए हैं। जिसके बाद वनकर्मियों ने कैमरा ट्रैप खंगालना शुरू किया। पता चला कि शनिवार रात पेड़ काटने के बाद जंगल में लकड़ी को चीरा गया। इसके बाद जंगल किनारे खड़ी गाड़ी में लकड़ी लादी गई। कैमरे में चार संदिग्ध नजर भी आए, मगर चेहरा सिर्फ एक व्यक्ति का साफ हुआ।
जिसके बाद रेंजर केएल आर्य, डिप्टी रेंजर किशोर गोस्वामी, फॉरेस्टर गिरीश जोशी व फॉरेस्ट गार्ड रमेश नपलच्याल जवाहर ज्योति निवासी सनील साहू की तलाश में जुट गए। सुनील कंस्ट्रक्शन का काम करने के साथ बेड़ीखत्ता में फर्नीचर की दुकान भी चलाता है। दोपहर में टीम उसके घर पर दबिश को पहुंची, मगर वह नहीं मिला। जिसके बाद वन विभाग ने उसकी दुकान पर छापा मारा। टीम को देखते ही वहां मौजूद कर्मचारी भी गायब हो गया। हालांकि, तलाशी में सागौन के 180 फ्रेम बरामद हो गए। जिसके बाद चीरी लकड़ी को रेंज ऑफिस में लाया गया।
दस दिन में दूसरी घटना
फतहेपुर रेंज के जंगल में दस दिन पहले चीरी लकड़ी व बल्लियां मिली थी। मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। मगर तस्कर अभी पकड़े नहीं गए। वहीं, शनिवार रात हुई घटना में ट्रैप कैमरा काफी मददगार साबित हुआ। कटान के साथ लदान की घटना की तस्वीरें मिलने से फॉरेस्ट मुख्य आरोपित तक पहुंच गई। चारों की गिरफ्तारी को लेकर अलग-अलग टीमें बनाई गई है।