Move to Jagran APP

देश सेवा के बाद अब क्रिकेट में भी परचम लहराएंगे बिंदुखत्त्ता के युवा

अमृती देवी क्रिकेट अकादमी क्षेत्र की युवा प्रतिभाओं को निखारने के लिए दे रही निश्शुल्क प्रशिक्षण।

By Edited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 01:00 AM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 08:14 AM (IST)
देश सेवा के बाद अब क्रिकेट में भी परचम लहराएंगे बिंदुखत्त्ता के युवा
देश सेवा के बाद अब क्रिकेट में भी परचम लहराएंगे बिंदुखत्त्ता के युवा
प्रकाश जोशी, लालकुआं: कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों.. इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है अमृती देवी क्रिकेट अकादमी ने। एक वर्ष के भीतर ही अकादमी की तीन बालिकाओं ने अंडर 19 क्रिकेट महिला टीम उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की टीमों में अपना स्थान सुनिश्चित किया है। पांच बच्चों से प्रारंभ हुई अकादमी में वर्तमान में 30 बालक व 25 बालिकाएं निश्शुल्क प्रशिक्षण ले रहे हैं। बिंदुखत्त्ता के शास्त्रीनगर में पिछले वर्ष 25 जून 2017 को स्थानीय युवा गोपाल परिहार ने अपनी भूमि में क्रिकेट कोच हरीश पपोला के सहयोग से अमृती देवी क्रिकेट अकादमी की स्थापना की। सीमित संसाधनों के साथ अकादमी की शुरुआत मात्र पांच बच्चों से की गई। अकादमी से प्रशिक्षण लेकर इस वर्ष की शुरुआत में अंडर 19 महिला क्रिकेट टीम उत्तर प्रदेश के 30 सदस्यीय टीम में कंचन परिहार, ज्योति गिरी और लक्ष्मी बसेड़ा का चयन हुआ। जिसमें से कंचन परिहार ने 15 सदस्यीय टीम में स्थान पाया। इधर 18 वर्षो के बाद उत्तराखंड क्रिकेट बोर्ड को मान्यता मिली तो अमृती देवी अकादमी के होनहारों ने यहां भी जबरदस्त प्रदर्शन कर उत्तराखंड महिला क्रिकेट की 25 सदस्यीय टीम में कंचन परिहार, ज्योति गिरी और लक्ष्मी बसेड़ा ने अपना स्थान बनाया। जिसके बाद से अब तीनों खिलाड़ी अक्टूबर में घोषित होने वाली 15 सदस्यीय टीम में स्थान बनाने के लिए कोच हरीश पपोला के नेतृत्व में कड़ी मेहनत कर रही है। प्रतिभाओं को आगे बढ़ाना लक्ष्य गोपाल परिहार, संस्थापक, अमृती देवी क्रिकेट अकादमी ने बताया कि अकादमी का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के गरीब परिवारों के होनहार बच्चों को क्रिकेट के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है। जिसके लिए वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं। मुफ्त दिया जा रहा प्रशिक्षण हरीश पपोला, कोच, अमृती देवी क्रिकेट अकादमी ने कहा कि क्षेत्र के बच्चों में जबरदस्त प्रतिभाएं है। लेकिन उचित प्लेट फार्म नहीं मिलने के कारण यहां की प्रतिभाएं गुम हो रही है। जिसको देखते हुए निश्शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.