चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी महासंघ ने खोला मोर्चा, वेतन काटने से हैं नाराज
चतुर्थ वर्गीय राज्य कर्मचारी महासंघ हल्द्वानी शाखा के अधिवेशन में कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों पर सरकार की ओर से कार्यवाही न किए जाने पर नाराजगी जाहिर की।
हल्द्वानी, जेएनएन : चतुर्थ वर्गीय राज्य कर्मचारी महासंघ हल्द्वानी शाखा के अधिवेशन में कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों पर सरकार की ओर से कार्यवाही न किए जाने पर नाराजगी जाहिर की। 31 जनवरी को सामूहिक अवकाश लेकर आंदोलन में भागीदारी करने वाले कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने को नियम विरूद्ध कार्रवाई बताते हुए भत्र्सना की गई और तय हुआ कि इस फैसले के विरोध में आंदोलन होगा। संगठन के स्थानीय शाखा के चुनाव भी संपन्न कराए गए। शनिवार को तिकोनिया स्थित वन विभाग के संघ भवन में हुए अधिवेशन में विभिन्न विभागों में कार्यरत चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों ने शिरकत की। अधिवेशन के प्रथम सत्र में वक्ताओं ने कहा कि शासन स्तर से कर्मचारियों के एक दिन का वेतन आहरित करने पर रोक लगाए जाने से प्रदेश के साढ़े तीन लाख कर्मचारियों में सरकार के प्रति नाराजगी है। कर्मचारी इस कार्रवाई के विरोध में आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। वक्ताओं ने कहा कि लोक सभा चुनाव में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
अधिवेशन के दूसरे सत्र में चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराई गई। जिसमें सभी पदों पर सर्वसम्मति से निर्विरोध निर्वाचन हुआ। अध्यक्ष पद पर मोहन राम आर्य, विनोद गौड़ वरिष्ठ उपाध्यक्ष, भगवती पंत उपाध्यक्ष, हरकेश भारती महामंत्री, नंदा बल्लभ पांडे कोषाध्यक्ष, दुर्गा सिंह लमगडिय़ा संप्रेक्षक चुने गए। चुनाव अधिकारी बनाए गए प्रकाश चंद्र पांडे, नाजिम सिद्दकी के निर्देशन में चुनाव संपन्न हुआ। इस अवसर पर केदार सिंह क्वीरियाल, हरकेश भारती, किशोर बनकोटी, दयाकृष्ण भट्ट, नवीन चंद्र चंदोला, खीम सिंह, विमला गुरुरानी, रणजीत सिंह, सुरेश यादव, जयकरण, गोपाल सिंह, कुंवर चंद, बहादुर सिंह, राम विलास सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
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