कुमाऊं के चार लाख और नैनीताल जिले के 40 हजार किसानों को होगा लाभ
बजट में सीमांत व लघु किसानों को प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि के रूप में प्रतिवर्ष छह हजार रुपये दिए जाने की घोषणा से कुमाऊं के किसानों में खुशी की लहर है।
नैनीताल, जेएनएन : बजट में सीमांत व लघु किसानों को प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि के रूप में प्रतिवर्ष छह हजार रुपये दिए जाने की घोषणा से कुमाऊं के किसानों में खुशी की लहर है। एक से दो हेक्टेयर (लगभग पांच एकड़) तक कृषि भूमि वाले 3,98,812 किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। वहीं जिले में जिले में 50 हजार से अधिक किसान हैं। इनमें से 40 हजार किसानों को सरकार की योजना का लाभ मिलेगा। इन किसानों को प्रतिवर्ष आर्थिक मदद के तौर पर तीन किस्त में किसानों के बैंक खाते में यह रकम दी जाएगी। इससे किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। बजट प्रतिक्रिया में किसानों ने बजट की सराहना की। साथ ही यह भी कहा कि जैविक खेती को प्रोत्साहित करने वाले किसानों के लिए अलग से प्रावधान किया जाना चाहिए था। एक हेक्टेयर से कम जमीन वाले सीमांत, जबकि एक से अधिक व दो हेक्टेयर से कम जमीन वाले लघु किसान की श्रेणी में आते हैं।
कुमाऊं में जिलेवार सीमांत व लघु किसान
जिला सीमांत लघु किसान
नैनीताल 34234 9637
अल्मोड़ा 82043 22451
पिथौरागढ़ 70574 7881
बागेश्वर 48856 4479
चम्पावत 27390 6517
ऊधमसिंहनगर 64537 20213
सीमांत और लघु किसानों के साथ ही बजट में जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए था, लेकिन जो छह हजार रुपये की राहत देने की बात कही गई है वह सराहनीय है इससे किसान जैविक के लिए प्रोत्साहित होंगे।
- अनिल पांडे, किसान
कुमाऊं में सीमांत और अति सीमांत किसानों की संख्या अधिक है। विकास के अंतिम छोर पर खड़े हुए किसान तक अगर राहत पहुंचाने की कोशिश की गई है तो मैं इस कोशिश का इस बजट का सम्मान करता हूं।
- आनंद सिंह पंवार
किसान काफी लंबे समय से यह उम्मीद कर रहे थे कि किसानों को सीधे आर्थिक मदद पहुंचे। बजट में प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत जो छोटे किसानों को 6000 सालाना देने का प्रावधान रखा गया है, मैं उसका समर्थन करता हूं।
- गोपाल सिंह क्वीरा
बजट में किसानों की ओर ध्यान दिया गया है। खासकर छोटे किसानों को प्रतिवर्ष छह हजार रुपये दिए जाने से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। किसानों को होने वाले नुकसान की भरपाई हो सकेगी।
- रवि जोशी
बजट में इस बार किसानों के लिए घोषणाओं की बजाए बेहद अच्छी योजना की शुरूआत की गई है। सरकार के इस कदम की सराहना की जानी चाहिए। क्योंकि उत्तराखंड में सीमांत और लघु सीमांत किसानों की संख्या काफी ज्यादा है।
- चंदन सिंह लटवाल
जैविक खेती करने वाले किसानों के लिए इस तरह का कोई प्रावधान रखा जाता तो उसका ज्यादा सकारात्मक परिणाम सामने आता। किसान की पेंशन निर्धारित करते हुए इस बजट में स्थान दिया जाता तो निश्चित ही वास्तविक रूप से किसान के लिए वह एक वास्तविक सम्मान होता।
- नरेन्द्र सिंह मेहरा
अब खेती को लेकर लगाव बना रहेगा, लेकिन किसान को खाद और बीज में अनुदान मिलना चाहिए। यही नहीं सरकार को किसानों के लिए बाजार अथवा मंडी उपलब्ध करानी चाहिए।
- गोविंद बल्लभ पलडिय़ा, प्रगतिशील किसान दोगड़ा, भुजियाघाट
चुनाव के बहाने ही सही सरकार ने किसानों की सुध तो ली। किसान की आय बढ़ाने के लिए सरकार ने छोटा मगर सही कदम उठाया है। किसानों को बाजार मुहैया कराने के लिए भी कदम उठाए जाने चाहिए।
- किशन सिंह जीना, किसान भुजियाघाट
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