बोले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत - तीर्थ के बराबर स्वतंत्रता सेनानियों के गांव
पूर्व सीएम ने कहा कि यह सभी गांधीवादी विचारधारा के लोग है। एक स्वतंत्रता सेनानी का गांव किसी किसी तीर्थस्थल से काम नहीं होता। इसलिए मैं बार-बार यहां आऊंगा।
कालाढूंगी (नैनीताल) जेएनएन : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत रविवार को पदयात्रा के तहत कोटाबाग के अलग-अलग गांवों में पहुंचे। यहां उन्होंने 50 स्वतंत्रता सेनानी परिवारों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना। पूर्व सीएम ने कहा कि यह सभी गांधीवादी विचारधारा के लोग है। एक स्वतंत्रता सेनानी का गांव किसी किसी तीर्थस्थल से काम नहीं होता। इसलिए मैं बार-बार यहां आऊंगा।
पूर्व सीएम ने स्वतंत्रता सेनानियों के गांव में पदयात्रा के माध्यम से पहुंचने का अभियान जनपद अल्मोड़ा से शुरू किया था। रावत ने कहा कि पूरा देश इस बार महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाएगा। देश की आजादी में योगदान देने वाले परिवारों से मुलाकात कर हम अपने तरीके से गांधी को याद कर रहे हैं। पूर्व सीएम आंवलाकोट सेलसिया, रामदत्त धामड़देव पांडे, दोहनिया नौदा, चांदपुर नाथूजाला, स्यात नाथूनगर, बजूनिया हल्दू, दानूचौड़ रुड़की गांव में पहुंचे। जहां उन्होंने सेनानी परिवार को शॉल भी भेंट की। इससे पूर्व रावत ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कार्यालय का उद्घाटन भी किया। इस दौरान कांग्रेस नेता खजान पांडे, कुलदीप तडिय़ाल, डॉ. रमेश पांडे, भारती बिष्टï, संतोष पांडे, शेखर जोशी, संजय किरौला, महेश शर्मा, भोला भट्ट, किरन मेहरा, कमान सिंह धामी गिरधर बम आदि मौजूद रहे।
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