Move to Jagran APP

अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी से सटे वलनी के जंगल में लगी भीषण आग

पहाड़ों पर आए दिन जंगल के जंगल आग से खाक होते जा रहे हैं। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी से सटा वलनी का जंगल आग की चपेट में आ गया। बड़ी-बड़ी लपटों से कुछ ही देर में जंगल का काफी हिस्सा जलकर स्वाहा हो गया।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 31 Jan 2021 01:31 PM (IST)Updated: Sun, 31 Jan 2021 01:31 PM (IST)
अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी से सटे वलनी के जंगल में लगी भीषण आग
अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी से सटे वलनी के जंगल में लगी भीषण आग

संवाद सहयोगी, गरमपानी : पहाड़ों पर आए दिन जंगल के जंगल आग से खाक होते जा रहे हैं। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी से सटा वलनी का जंगल आग की चपेट में आ गया। बड़ी-बड़ी लपटों से कुछ ही देर में जंगल का काफी हिस्सा जलकर स्वाहा हो गया। सवाल ये है कि जब सर्दियों में हाल है तो गर्मियों में कैसे महकमा आग से जंगल को बचाएगा।  

loksabha election banner

सर्दियों में लगातार वनाग्नि से वन संपदा को खास नुकसान हुआ है। रविवार को अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी से सटे वलनी के जंगल में एकाएक आग धधक उठी। देखते ही देखते बड़ी-बड़ी लपटों ने जंगल को चपेट में ले लिया। कई हेक्टेयर वन संपदा जलकर खाक हो गई। जंगली जानवरों को भी नुकसान होने की संभावना है। बावजूद वन विभाग ने सुध नहीं ली। सर्दियों में भी जंगलों की खाक होने से वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं। 

हाइवे से सटे थुवा की पहाड़ी तथा कोसी नदी पार के जंगल लगभग हर दिन आग की चपेट में आ रहा है। सर्दियों में ही वन विभाग जंगलों में लगी आग से निपट नहीं पाया है। ग्रीष्मकाल में विभाग जंगलों को कैसे बचाएगा यह बड़ा सवाल है। लगातार जंगलों के आग की चपेट में आने व वन विभाग के मामले को गंभीरता से ना लेने पर तमाम गांवों के लोगों में गहरा रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने विभागीय कार्यशैली पर  शैली पर रोष जताया है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जंगलों में बढ़ती आग को नहीं रोका गया तो संबंधित विभाग के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.