अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी से सटे वलनी के जंगल में लगी भीषण आग
पहाड़ों पर आए दिन जंगल के जंगल आग से खाक होते जा रहे हैं। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी से सटा वलनी का जंगल आग की चपेट में आ गया। बड़ी-बड़ी लपटों से कुछ ही देर में जंगल का काफी हिस्सा जलकर स्वाहा हो गया।
संवाद सहयोगी, गरमपानी : पहाड़ों पर आए दिन जंगल के जंगल आग से खाक होते जा रहे हैं। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी से सटा वलनी का जंगल आग की चपेट में आ गया। बड़ी-बड़ी लपटों से कुछ ही देर में जंगल का काफी हिस्सा जलकर स्वाहा हो गया। सवाल ये है कि जब सर्दियों में हाल है तो गर्मियों में कैसे महकमा आग से जंगल को बचाएगा।
सर्दियों में लगातार वनाग्नि से वन संपदा को खास नुकसान हुआ है। रविवार को अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी से सटे वलनी के जंगल में एकाएक आग धधक उठी। देखते ही देखते बड़ी-बड़ी लपटों ने जंगल को चपेट में ले लिया। कई हेक्टेयर वन संपदा जलकर खाक हो गई। जंगली जानवरों को भी नुकसान होने की संभावना है। बावजूद वन विभाग ने सुध नहीं ली। सर्दियों में भी जंगलों की खाक होने से वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं।
हाइवे से सटे थुवा की पहाड़ी तथा कोसी नदी पार के जंगल लगभग हर दिन आग की चपेट में आ रहा है। सर्दियों में ही वन विभाग जंगलों में लगी आग से निपट नहीं पाया है। ग्रीष्मकाल में विभाग जंगलों को कैसे बचाएगा यह बड़ा सवाल है। लगातार जंगलों के आग की चपेट में आने व वन विभाग के मामले को गंभीरता से ना लेने पर तमाम गांवों के लोगों में गहरा रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने विभागीय कार्यशैली पर शैली पर रोष जताया है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जंगलों में बढ़ती आग को नहीं रोका गया तो संबंधित विभाग के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।