कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में आपसी संघर्ष में मादा हाथी की मौत
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में आपसी संघर्ष में मादा हाथी की मौत हो गई। वनाधिकारियों ने आशंका जताई है कि प्रजनन के दौरान संघर्ष में मादा हाथी गंभीर रूप से घायल हुई होगी।
रामनगर (नैनीताल), [जेएनएन]: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) में आपसी संघर्ष में मादा हाथी की मौत हो गई। वनाधिकारियों ने आशंका जताई है कि प्रजनन(मेटिंग) के दौरान संघर्ष में मादा हाथी गंभीर रूप से घायल हुई। अत्यधिक रक्तस्राव होने से उसकी मौत हो गई।
गुरुवार को सीटीआर कर्मी ढेला रेंज के पूर्वी बीट हिल ब्लॉक कंपार्टमेंट नंबर 10 में गश्त रहे थे। इस बीच उन्होंने 15 से 20 वर्षीय मादा हाथी का शव पड़ा देखा। इसकी सूचना पर सीटीआर के निदेशक सुरेंद्र महरा, उपनिदेशक अमित वर्मा व ढेला रेंजर पंकज शर्मा ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया।
वनाधिकारियों के अनुसार मादा हाथी की मौत एक दिन पहले हुई प्रतीत हो रही थी। उसके सभी अंग सुरक्षित मिले। शरीर पर आपसी संघर्ष में जख्म के निशान मिले जिससे रक्तस्राव भी हो रहा था। इसके बाद कॉर्बेट के पशु चिकित्सक दुष्यंत कुमार व पशुचिकित्साधिकारी योगेश अग्रवाल ने मादा हाथी के शव का पोस्टमार्टम कर दफना दिया गया।
सीटीआर उपनिदेशक अमित वर्मा का कहना है कि मानसून सीजन ही हाथियों का प्रजनन काल होता है। माना जा रहा है कि इसी दौरान मादा हाथी को गंभीर चोट आई। घाव में संक्रमण होने और अत्यधिक रक्तस्राव से उसकी मौत हो गई।
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