पानी न मिलने से खराब हो रही फसल, किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी
ग्रामीणों का आरोप कि कलूबान स्रोत में भरपूर पानी होने के बावजूद खेतों तक समुचित मात्रा में पानी उपलब्ध नहीं हो रहा। कई बार सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों को जानकारी दिए जाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही।
जागरण संवाददाता, गरमपानी (नैनीताल) : गांवो में सरकारी योजनाओं के हाल अजब गजब है। बेतालघाट के सुदूर ओडा़बास्कोट गांव में लाखों रुपये से बनी सिंचाई योजना के बावजूद काश्तकार योजना का लाभ लेने को तरस रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि भरपूर पानी होने के बावजूद समुचित मात्रा में खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा जिससे योजना का लाभ ही नहीं मिल रहा।
ब्लॉक के ओडा़बास्कोट गांव में वर्षों पूर्व लाखों रुपये की लागत से गांव से करीब एक किमी दूर स्थित कलूबान स्रोत से गांव के करीब सौ से ज्यादा किसानों की एक हजार नाली से ज्यादा कृषि भूमि को सींचने के लिए सिंचाई योजना तैयार की गई। कुछ समय ठीक चलने के बाद योजना विभागीय अनदेखी का शिकार हो गई। ग्रामीणों का आरोप कि कलूबान स्रोत में भरपूर पानी होने के बावजूद खेतों तक समुचित मात्रा में पानी उपलब्ध नहीं हो रहा। कई बार सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों को जानकारी दिए जाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। पूर्व में काश्तकारों से सौ सौ रुपये लेकर योजना को दुरुस्त भी किया गया पर तब कुछ दिन ठीक चलने के बावजूद पानी फिर नहीं मिल पा रहा है। समुचित मात्रा में पानी न मिलने से आलू, गोभी, मटर की उपज प्रभावित हो चुकी है।
ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी का कहना है कि किसान पहले ही काफी नुकसान उठा चुका है। लॉकडाउन के बाद से ही किसान पर लगातार दोहरी मार पड़ रही है अब विभागीय उपेक्षा का खामियाजा भी किसानों को ही उठाना पड़ रहा है। जो निंदनीय है। पूर्व ग्राम प्रधान पृथ्वी पाल आर्या, आनंद बल्लभ, प्रकाश चंद्र, बाबूलाल आदि लोगों ने सिंचाई विभाग से तत्काल योजना को दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि योजना को दुरुस्त नहीं किया गया तो संबंधित विभाग के खिलाफ आंदोलन शुरु किया जाएगा।