बिना पोस्टमार्टम किए शव सौंपने के मामले में बेस अस्पताल से मांगा स्पष्टीकरण
बेस अस्पताल में बिना पोस्टमार्टम किए शव स्वजनों के सौंपने के मामले में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता से लिया है। सीएमओ ने लापरवाही के मामले में बेस अस्पताल प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगा तो उन्होंने गलती स्वीकार की है।
हल्द्वानी, जेएनएन : बेस अस्पताल में बिना पोस्टमार्टम किए शव स्वजनों के सौंपने के मामले में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता से लिया है। सीएमओ ने लापरवाही के मामले में बेस अस्पताल प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगा तो उन्होंने गलती स्वीकार की है। साथ ही ड्यूटी में तैनात डाक्टरों से 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है।
अल्मोड़ा के सराइखेत निवासी महिपाल सिंह ने तीन बच्चों के साथ खुद भी जहर खा लिया था। इसके बाद उसे बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नौ अक्टूबर की शाम को उसकी मौत हो गई। स्वजन 10 अक्टूबर को बेस अस्पताल से शव ले गए, लेकिन पोस्टमार्टम नहीं कराया गया। अस्पताल की ओर से इसकी सूचना पुलिस को भी नहीं दी गई। जबकि जहर खाने पर शव का पोस्टमार्टम होना चाहिए था।
जब मामला सुर्खियों में आया तो जिला प्रशासन के साथ ही सीएमओ डा. भागीरथी जोशी ने प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. हरीश लाल से इस लापरवाही पर स्पष्टीकरण मांगा। जवाब में पीएमएस ने लिखा है कि त्रुटिवश ऐसा हो गया था। इस मामले में डा. यूबी सिंह, डा. अंशुल केडिय़ा समेत तीन स्टाफ से 24 घंटे में जवाब मांगा गया है। डा. लाल ने कहा कि इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पीएमएस ने जवाब डीएम सविन बंसल को भी भेजा है।
एक बच्चे की हालत गंभीर
सराईखेत जहर कांड के तीन बच्चे एसटीएच के पीआइसीयू में भर्ती हैं। चिकित्सा अधीक्षक डा. अरुण जोशी ने बताया कि इसमें एक बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है। दो की हालत स्थिर है।