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जमरानी बांध के सुरक्षा सर्वे को पहुंची स्विट्जरलैंड के एक्सपर्टस की टीम, फिलहाल दिल्ली में क्वारंटाइन

Jamrani Dam जमरानी बांध के सर्वे और अन्य प्रस्ताव बनाने का काम तेजी से चल रहा है। वहीं सर्वे के लिए स्विट्जरलैंड से चार सदस्यीय टीम दिल्ली पहुंच चुकी है। कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक टीम को सात दिन क्वारंटाइन होना रहेगा।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Tue, 25 Jan 2022 09:00 AM (IST)Updated: Tue, 25 Jan 2022 09:00 AM (IST)
जमरानी बांध के सुरक्षा सर्वे को पहुंची स्विट्जरलैंड के एक्सपर्टस की टीम, फिलहाल दिल्ली में क्वारंटाइन
जमरानी बांध क्षेत्र सर्वे करने के लिए स्विट्जरलैंड से चार सदस्यीय टीम दिल्ली पहुंच चुकी है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : जमरानी वबांध क्षेत्र का सुरक्षा और पर्यावरण के लिहाज से सर्वे करने के लिए स्विट्जरलैंड से चार सदस्यीय टीम दिल्ली पहुंच चुकी है। कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक विदेश से आने वाले लोगों को सात दिन क्वारंटाइन होना पड़ेगा। इसके बाद एडीबी की यह टीम हल्द्वानी पहुंचेगी। 31 जनवरी से छह फरवरी तक सर्वे का काम चलेगा। जमरानी परियोजना के बड़े अफसर और स्थानीय विशेषज्ञ भी इस दौरान साथ रहेंगे।

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जमरानी बांध को लेकर पिछले डेढ़ साल से सर्वे व अन्य प्रस्ताव बनाने का काम तेजी से चल रहा है। जल निगम को हल्द्वानी तक पानी पहुंचाने की प्लानिंग तैयार करने को कहा गया था। उसने यह प्रस्ताव बनाकर जमरानी परियोजना को सौंप दिया है। वन्यजीवों के मूवमेेंट को लेकर भी सर्वे हो चुका है। जिसके परिणाम ने बांध निर्माण को हरी झंडी भी दे दी। इसके बाद टाइगर कोरीडोर को लेकर सर्वे हुआ था। यह सभी काम एडीबी के निर्देश पर जमरानी परियोजना के अधिकारियों ने किए। क्योंकि, शर्तों में शामिल थे। वहीं, अब अब एडीबी के एक्सपर्ट खुद बांध के निरीक्षण को पहुंच रहे हैं। भूगर्भीय सर्वे, सुरक्षा और पर्यावरण का बिंदु इसमें अहम है।

भूकंप की स्थिति और संसाधनों पर फोकस

बांध निर्माण में इस्तेमाल होने वाली निर्माण सामग्री की हल्द्वानी व आसपास कितनी उपलब्धता है। और बाहर से क्या-क्या सामग्री मंगवाई जाएगी। इसे लेकर टीम सर्वे करेगी। सबसे अहम भूगर्भीय सर्वे रहेगा। इसमें भूकंप की स्थिति को लेकर पुराने आंकड़ों का अध्ययन भी होगा। वहीं, बांध निर्माण में बड़ी संख्या में वनभूमि का इस्तेमाल होगा। ऐेसे पर्यावरण पर इसका क्या असर होगा। इसे लेकर भी पर्यावरण विशेषज्ञ अपनी रिपोर्ट देंगे। जीएम जमरानी परियोजना प्रशांत बिश्नोई ने बताया कि स्विट्जरलैंड से चार सदस्यीय टीम सोमवार को दिल्ली पहुंच गई थी। अब क्वारंटाइन अवधि पूरी करने के बाद सात दिन तक जमरानी क्षेत्र का अलग-अलग बिंदुओं पर सर्वे होगा।


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