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राजभवन को महकाएंगे तराई के फूल, जरबेरा सहित अनेक प्रजातियों की लगेगी प्रदर्शनी

तराई में जरबेरा लीलीपम ग्लोडियोलक आदि आकर्षक फूलों की पालीहाउस में बड़े पैमाने पर खेती शुरू हो गई है। इतना ही नहीं इन फूलों से राजभवन भी महकेगा। 13 मार्च से देहरादून में आयोजित होने वाली पुष्प प्रदर्शनी में तराई भाबर से लगभग एक हजार प्रविष्टियां शामिल हो सकती है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Fri, 12 Mar 2021 05:16 PM (IST)Updated: Sat, 13 Mar 2021 08:02 AM (IST)
राजभवन को महकाएंगे तराई के फूल, जरबेरा सहित अनेक प्रजातियों की लगेगी प्रदर्शनी
राजभवन में 2003 से बसंतोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जो कोरोना के चलते स्थगित हो गया था।

बाजपुर, जीवन ङ्क्षसह सैनी। किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर उद्यान विभाग के प्रयत्न अब सामने आने लगे हैं। तराई में जरबेरा, लीलीपम, ग्लोडियोलक आदि आकर्षक फूलों की पालीहाउस में बड़े पैमाने पर खेती शुरू हो गई है। इतना ही नहीं, इन फूलों से राजभवन भी महकेगा। 13 मार्च से देहरादून में आयोजित होने वाली पुष्प प्रदर्शनी में तराई भाबर से लगभग एक हजार प्रविष्टियां शामिल हो सकती है। उद्यान अधिकारी आरके ङ्क्षसह ने किसानों को प्रोत्साहित कर पुष्प प्रदर्शनी के लिए भेजा है।

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ङ्क्षसह ने बताया कि राजभवन में आज से शुरू हो रही इस पुष्प प्रदर्शनी का शुभारंभ राच्यपाल बेबी रानी मौर्य करेंगी। प्रदर्शनी में जनता को भी निश्शुल्क प्रवेश मिलेगा। उद्यान विभाग भी रंग-बिरंगे फूलों का दीदार करने के शौकीन लोगों को इसमें शामिल होने की अपील कर रहा है। हालांकि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनी गाइडलाइन का इस दौरान पालन करना होगा। उन्होंने बताया कि राजभवन में 2003 से बसंतोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जो पिछले साल कोरोना महामारी के चलते स्थगित हो गया था। इस बार कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे किसान मनोरंजन के साथ ही स्वरोजगार अपनाकर अपने परिवार की आॢथक मदद भी सकते हैं। इसके लिए किसानों को फूलों के साथ जड़ी-बूटी व जैविक खेती को प्रोत्साहित करने की जरूरत है।

इन फूलों की लगेगी प्रदर्शनी

बहुरंगी जरबेरा, वल्र्ड ऑफ पैराडाइज, कट फ्लावर, पाटेड प्लांट््स प्रबंधन, लूज फ्लावर प्रबंधन, कैक्टस एवं सकुलेंट्स, हैंङ्क्षगग पॉट््स, आन द स्पॉट फोटोग्राफी, फूलों की रंगोली, खाने योग्य फूलों का प्रदर्शन।

बाजपुर में होती जरबेरा के 23 प्रकार के फूलों की खेती

उद्यान अधिकारी के अनुसार बाजपुर में जरबेरा के 23 रंगों के फूलों की खेती ग्राम लुधपुरा, जोगीपुरा, चनकपुर, चकरपुर में हो रही है। लगभग 19 हजार वर्ग मीटर के पालीहाउस फूलों को हर मौसम में उगाया जा रहा है। उद्यान विभाग द्वारा इनके उत्पादकों को प्रधानमंत्री योजना के तहत लाभ दिलाया गया है। साथ ही विभिन्न राच्यों में ये फूल अच्छे दामों पर बिक रहे हैं।

इस बार हल्दी को भी दी तवज्जो

किसान परंपरा से हटकर अन्य खेती को भी अपना रहे हैं। क्षेत्र में इस बार हल्दी का बीज भी उपलब्ध कराया गया है। इसी प्रकार फल संरक्षण में भी विभाग द्वारा अहम भूमिका निभाई गई है। आम, लीची, अमरूद, बेर आदि की खेती की जा रही है। सितंबर-अक्टूबर में फलों की प्रदर्शनी भी आयोजित की जा सकती है।

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