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अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट की कवायद तेज, प्रति मिनट हजार लीटर होगा उत्पादन

पर्वतीय जिलों में सर्वाधिक संक्रमण दर वाले अल्मोड़ा जिले में एहतियातन महामारी को मात देने के लिए कसरत तेज हो गई है। डबल जनरेटर वाले ऑक्सीजन प्लांट की मदद से यहां 25 बेड वाले दो बड़े आइसीयू तैयार किए जा रहे हैं।

By Prashant MishraEdited By: Published: Tue, 18 May 2021 03:46 PM (IST)Updated: Tue, 18 May 2021 03:46 PM (IST)
अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट की कवायद तेज, प्रति मिनट हजार लीटर होगा उत्पादन
दो जनरेटरों से प्लांट को 24 घंटे चालू रखा जा सकेगा। इससे एक हजार लीटर प्रति मिनट प्राणवायु तैयार होगी।

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : कोरोना की तीसरी लहर के लिए विज्ञानी व विशेषज्ञ अभी से आगाह करने लगे हैं। ऐसे में भावी चुनौती से निपटने को तैयारियां भी तेज कर दी गई हैं। खासतौर पर कुमाऊं के पर्वतीय जिलों में सर्वाधिक संक्रमण दर वाले अल्मोड़ा जिले में एहतियातन महामारी को मात देने के लिए कसरत तेज हो गई है। डबल जनरेटर वाले ऑक्सीजन प्लांट की मदद से यहां 25 बेड वाले दो बड़े आइसीयू तैयार किए जा रहे हैं। 

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विशेषज्ञों ने तीसरी लहर को बच्चों के लिए घातक बताया है। लिहाजा कोविड हॉस्पिटल (बेस चिकित्सालय) स्थित अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज ब्लॉक में 25 बेड वाले दो बड़े आइसीयू खोलने की कवायद तेज कर दी गई है। प्राचार्य डा. रामगोपाल नौटियाल के अनुसार इसे संचालित करने को तीन करोड़ की लागत से डबल जनरेटर वाले ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की योजना है। सर्वे कर लिया गया है। दो जनरेटरों की मदद से प्लांट को 24 घंटे चालू रखा जा सकेगा। इससे एक हजार लीटर प्रति मिनट कृत्रिम प्राणवायु तैयार होगी। 

बच्चों के लिए 10 बेड वाला आइसीयू 

मेडिकल कॉलेज ब्लॉक में बच्चों के लिए अलग से 10 बेड वाले आइसीयू तैयार किए जाएंगे। खास बात है कि आइसीयू में बच्चों की देखरेख के लिए डॉक्टरों की टीम के साथ उनकी माताओं को भी रहने की सुविधा उपलब्ध होगी। ताकि बच्चों का अकेलापन दूर किया जा सके। इसके लिए मेडिकल कालेज की ओर से शासन व सरकार से तीसरी लहर से जूझने के लिए पर्याप्त बजट दिए जाने की मांग भी की गई है। ताकि कोरोना से जंग के लिए समय रहते संसाधन व व्यवस्थाएं चुस्त दुरुस्त की जा सकें। 

दूसरी लहर से निपटने को सौ कंसंट्रेटर

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. रामगोपाल नौटियाल की पहल पर दूसरी लहर से निपटने को सौ इंसंट्रेटर मशीनें खरीदी गई हैं। ताकि आपातकाल में ऑक्सीजन सिलिंडर की कमी न खटक सके।

अल्मोड़ा प्राचार्य मेडिकल कॉलेज के डा. रामगोपाल नौटियाल ने बताया कि हमारी कोशिश है कि ऑक्सीजन सिलिंडरों पर निर्भरता कम हो जाय। इसी मकसद से हमने डबल जनरेटर वाले प्लांट के लिए तीन करोड़ रुपये का प्रस्ताव सरकार को भेजा है। 12-12 घंटे में बारी बारी दोनों जनरेटर हमें 1000 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन देंगे। उम्मीद और कोशिश है कि तीसरी लहर से पहले हम महामारी से लडऩे में सक्षम हो जाएंगे।

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