दो फीडरों पर टिकी पूरे गौलापार की बिजली, तीन सफेद हाथी
हल्द्वानी स्थित गौलापार स्थित 33केवी के कुंवरपुर बिजली घर के छह फीडर में से तीन फीडर सालों से हाथी बने हुए हैं। एक फीडर नलकूपों और शेष दो फीडर पूरे गौलापार वासियों को भुगतना पड़ रहा है।
जासं, हल्द्वानी : गौलापार स्थित 33केवी के कुंवरपुर बिजली घर के छह फीडर में से तीन फीडर सालों से सफेद हाथी बने हुए हैं। एक फीडर नलकूपों और शेष दो फीडर पूरे गौलापार के हजारों घरों व प्रतिष्ठानों को बिजली की आपूर्ति देता है। तीन फीडरों की सही नहीं कराने का खामियाजा गौलापार वासियों को भुगतना पड़ रहा है। मामूली फाल्ट आने पर मरम्मत करने के लिए हजारों घरों की बिजली गुल कर दी जाती है।
132 केवी बिजली घर काठगोदाम से गौलापार के 33केवी कुंवरपुर बिजली घर को आपूर्ति दी जाती है। कुंवरपुर बिजली घर वर्ष 2006 में बनाया गया था। इस बिजली घर से गौलापार क्षेत्र में आपूर्ति के लिए 11केवी के छह फीडर बनाए गए। इसमें से तीन सालों से खराब पड़े हुए हैं। एक नलकूप फीडर है। कालीचौड़ फीडर और दानीबंगर फीडर पर पूरे गौलापार की विद्युत व्यवस्था टिकी हुई है। इन दोनों फीडरों से कई किलोमीटर लंबी लाइनें बिछाई गई है।
क्षेत्रवासियों लंबी लाइनें होने से अक्सर फाल्ट आ जाता है। इस दौरान पूरे फीडर को बंद कर दिया जाता है और हजारों घरों को जलापूर्ति ठप हो जाती है। हर माह फीडर की रीडिंग ऊर्जा निगम के आला अफसरों को जाने के बावजूद तीन बंद फीडरों की सुध नहीं ली जा रही है।
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जिपं सदस्य ने एमडी यूपीसीएल को लिखा पत्र
कुंवरपुर बिजली घर के सालों से बंद तीन फीडरों व इससे होने वाली समस्याओं को लेकर जिला पंचायत सदस्य निवेदिता जोशी ने ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखा है। उन्होंने सालों से खराब फीडरों के निगम की लापरवाही का आरोप लगाकर एमडी से कार्रवाई की मांग की है।
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बिजली घर व लाइनों की सालों से मरम्मत नहीं
जिपं सदस्य निवेदिता जोशी के मुताबिक कुंवरपुर स्थित 33केवी बिजली घर व विद्युत लाइनों की सालों से मरम्मत नहीं हुई है। जिस कारण बिजली घर में काम करने वाले कर्मचारियों पर जान पर हर समय खतरा बना रहता है। उन्होंने बताया कि फीडर खुले में रखे हुए हैं। जिनको कवर करने के लिए अफसरों का अब तक ध्यान नहीं गया है।
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गौलापार क्षेत्र में लोकल फाल्ट की वजह से अक्सर कटौती होती रहती है। तीन फीडरों सालों से खराब पड़े हैं, लेकिन अफसर सुध नहीं ले रहे हैं। ऊर्जा निगम के एमडी को पत्र लिखकर तीनों फीडरों को चालू कराने का अनुरोध किया गया है।
- निवेदिता जोशी, जिपं सदस्य गौलापार
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हर फीडर की रीडिंग ऊर्जा निगम के जीएम स्तर तक जाती है। सालों से तीन फीडरों की रीडिंग न जाने पर भी अफसर गंभीर नहीं है। इसका खामियाजा गौलापार की हजारों की जानता को भुगतना पड़ रहा है। जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो जनांदोलन शुरू होगा।
- रवि शंकर जोशी, आरटीआइ कार्यकर्ता