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लोहाघाट के खूबसूरत पर्यटन स्‍थल एबटमाउंट में धड़ल्ले से हो रहा है अतिक्रमण

अतिक्रमणकारियों के चंगुल से जिले के महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल भी महफूज नहीं हैं। लोहाघाट से नौ किमी दूर एबटमाउंट में पर्यटन विभाग की जमीन पर धड़ल्ले से अतिक्रमण हो रहा है। पिछले एक साल के भीतर यहां घेर बाड़ करने के मामले सामने आ चुके हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 31 Jan 2021 06:38 PM (IST)Updated: Sun, 31 Jan 2021 06:38 PM (IST)
लोहाघाट के खूबसूरत पर्यटन स्‍थल एबटमाउंट में धड़ल्ले से हो रहा है अतिक्रमण
लोहाघाट के खूबसूरत पर्यटन स्‍थल एबटमाउंट में धड़ल्ले से हो रहा है अतिक्रमण

संवाद सहयोगी, चम्पावत : अतिक्रमणकारियों के चंगुल से चम्पावत जिले के पर्यटक स्थल भी महफूज नहीं हैं। लोहाघाट से नौ किमी दूर एबटमाउंट में पर्यटन विभाग की जमीन पर धड़ल्ले से अतिक्रमण हो रहा है। पिछले एक साल के भीतर यहां घेर बाड़ करने के मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि डीएम के निर्देश के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है और उसने अतिक्रमण चिन्हित करना शुरू कर दिया है।

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एबटमाउंट में पर्यटन विभाग के नाम 780 नाली जमीन है। यहां निर्मित भवनों का कुल क्षेत्रफल लगभग 29.27 नाली है। 50.24 वर्ग मीटर में हेलीपैड है तथा खाली मैदान का क्षेत्रफल 39600 वर्ग फिट है। देखरेख के अभाव में इसी खाली जमीन पर अतिक्रमणकारियों की नजर है। सरकारी जमीन पर अतिक्रमण का यह खेल काफी लंबे समय से चल रहा है, लेकिन एक वर्ष के दौरान अतिक्रमण की बाढ़ आ गई है। जिला पर्यटन विकास अधिकारी लता बिष्ट ने विभाग की जमीन पर अतिक्रमण होने की जानकारी जिलाधिकारी को दी थी। जिसके बाद डीएम एसएन पांडे ने लोहाघाट के एसडीएम आरसी गौतम को मामले की जांच कर अतिक्रमण हटाने और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। 

डीएम के सख्त रुख के बाद एसडीएम आरसी गौतम के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम ने अतिक्रमण का चिन्हीकरण शुरू कर दिया है। पर्यटन विभाग ने अतिक्रमण को रोकने के लिए राजस्व विभाग से संपूर्ण भूमि की पैमाइस करने की मांग की है ताकि जमीन पर घेराबंदी की जा सके। सूत्रों के अनुसार अतिक्रमण का विरोध कर रहे कुछ लोगों को लगातार धमकी भी मिल रही है। मालूम हो कि एबटमाउंट जिले का महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल है। पर्यटन विभाग इसे हब केरूप में विकसित कर रहा है। 

अतिक्रमण होने से यहां की प्राकृतिक सुंदरता को भी नुकसान पहुंच रहा है। बताया जा रहा है कि यहां मौजूद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. गणेश सिंह के बंगले की देखभाल करने वाला व्यक्ति भी इस धंधे में शामिल है। सेनानी की पत्नी अनु सिंह वर्तमान में फिनलैंड में रहती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि धड़ल्ले से हो रहे अतिक्रमण के पीछे राजस्व विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत हो सकती है। उन्होंने यहां हुए अतिक्रमण को चिन्हित कर उसे हटाने की मांग की है।

जिला पर्यटन विकास अधिकारी चम्पावत लता बिष्ट ने बताया कि एबटमाउंट में पर्यटन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण किया जा रहा है। इससे पर्यटन स्थल की सुंदरता भी प्रभावित हो रही है। जिलाधिकारी के संज्ञान में मामला डाल दिया गया है। विभाग भी अतिक्रमण कारियों को चिन्हित कर रहा है। जिलाधिकारी चम्पावत एसएन पांडे का कहना है कि एबटमाउंट जिले का प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां हो रहा अतिक्रमण किसी भी दशा में बर्दास्त नहीं किया जाएगा। लोहाघाट के एसडीएम को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।


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