बसों पर बढे टस्कर हाथियों के हमले, परेशान वाहन स्वामियों ने कहा संचालन हो रहा घाटे का सौदा
नेशनल हाईवे पर वाहन स्वामी टस्कर हाथी की वजह से हो रहे नुकसान से परेशान है तो वहीं उन्हें यात्रियों की चिंता भी सता रही है।
रामनगर, जेएनएन : नेशनल हाईवे पर वाहन स्वामी टस्कर हाथी की वजह से हो रहे नुकसान से परेशान है तो वहीं उन्हें यात्रियों की चिंता भी सता रही है। उनका कहना है कि हाथी के हमले से उन्हें काफी नुकसान उठना पड़ रहा है। पर्वतीय रूट के एक फेरे में वाहन उतना कमाकर नहीं दे रहे हैं, जितना हाथी के हमले से वाहनों को नुकसान हो जा रहा है। रामनगर काशीपुर-बुआखाल 121 आमडंडा से मोहान तक जंगल के बीच से गुजरता है। पिछले छह माह से एक टस्कर वाहन स्वामियों को परेशान कर रहा है। वन क्षेत्र होने की वजह से इन घटनाओं को रोकने के लिए वनाधिकारी भी बेबस है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
बीपी सिंह, डीएफओ रामनगर वन प्रभाग ने बताया कि वन क्षेत्र होने की वजह से हाथी की आवाजाही रहती है। जब इस तरह की सूचना आती है तो वन कर्मी पहुंचते हैं। वन विभाग का प्रयास रहता है कि किसी तरह की जनहानि न हो।
पिछले दिनों हुईं घटनाएं
03 अक्टूबर को रिगोंड़ा पर हाथियों ने रोकी आवाजाही।
29 अक्टूबर को मोहान में टस्कर ने अल्टो कार पलटी।
10 नवंबर को हाथी ने रिंगोड़ा में रोका यातायात, कार से सामान निकालकर खाया।
12 नवंबर को हाथी ने मोहान में यात्री बस रोकी, ट्रक से सामान निकालकर खाया।
19 नवंबर को भंडारपानी के समीप कैंपर वाहन पलटा।
28 नवंबर को रिंगोड़ा के समीप हाथियों ने आधा घंटा रोकी आवाजाही।
03 दिसंबर को मोहान में हाथी ने पलटी कार।
05 दिसंबर को मोहान में रोडवेज बस पर हमला
20 दिसंबर को कुनखेत में कार पर हमला
21 दिसंबर को कुनखेत में कार पर हमला
25 दिसंबर को भोनखाल जा रहे ट्रक का शीशा तोड़ा
27 जनवरी को सराईखेत जा रही बस का शीशा तोड़ा
02 फरवरी को बस का दरवाजा तोड़ा
16 अप्रैल को यात्री बस का आगे का शीशा तोड़ा
18 अपै्रल को यात्री बस का शीश तोड़ा
टस्कर ने बस व कैंटर पर फिर किया हमला
बछुवाबाण जा रही यात्री बस मोहान के समीप टस्कर ने फिर हमला बोल दिया। सूंड मारकर उसने बस का सामने और साइड का शीशा तोड़ दिया। हाथी ने फिर कैंटर पर हमला कर उसमें रखा राशन खाया। एक्सल टूटने से कैंटर भी क्षतिग्रस्त हो गया। जीएमओयू की यात्री बस गुरुवार तड़के तीन बजे बछुवाबाण के लिए रवाना हुई। बस में चालक परिचालक समेत 24 यात्री सवार थे। जैसे ही बस खरगढ़ी नाले के समीप पहुुंची, अचानक हाथी आ गया। उसने सूंड़ मारकर बस के आगे के दोनों शीशे तोड़ दिए। उसके आक्रामक रूख से यात्रियों की सांस अटक गई। जैसे ही हाथी किनारे हुआ चालक मौका देखकर बस को वहां से निकालकर ले गया। चालक ने बताया कि बिना शीशे के बस चलाने मेें काफी परेशानी हुई। इसके बाद टस्कर ने सुबह रामनगर से स्याल्दे जा रहे कैंटर को भी रोक दिया। चालक ने कैंटर को पीछे किया तो उसका एक्सल टूट गया। इसके बाद हाथी ने वाहन के पीछे रखी बोरियां फाड़कर उसमें से आटे चावल खाया।
दुर्घटना का रहता है खतरा
सामने हाथी आने से चालक के लिए आगे कुआं पीछे खाई जैसी हालत हो जाती है। चालक गिरीश ने बताया कि वाहन को बैक करने के दौरान अंधेरा रहता है। बिना देखे बैक करने पर वाहन के दुर्घटना का खतरा बना रहता है। हाथी से बचने के लिए चालक ने कैंटर पीछे किया तो उसका एक्सल टूट गया।
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