मुझे या किशोर से किसी एक को लड़ना चाहिए था चुनाव: हरीश रावत
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और स्वयं मुझे दोनों में से किसी एक को ही चुनाव लड़ना चाहिए था।
हल्द्वानी, [जेएनएन]: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और स्वयं मुझे दोनों में से किसी एक को ही चुनाव लड़ना चाहिए था। दोनों के मैदान में उतरने से चुनाव संचालन पर बुरा असर पड़ा। पार्टी की तरफ से पीके को कोई जिम्मेदारी ही नहीं सौंपी गई थी। दुर्भाग्य से प्रदेश स्तर पर चुनाव संचालन के लिए एक बॉडी तक खड़ी नहीं हो पाई। जिसका खामियाजा हार के रूप में भुगतना पड़ा।
स्वराज आश्रम में पत्रकारों से बातचीत में हरीश रावत ने कहा कि हार से ही कांग्रेस की जीत का रास्ता निकलेगा। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि अदृश्य ताकतें भाजपा की मदद कर रही हैं। जो चुनाव में जीते हैं वह खुद भी समझ नहीं पा रहे है कि हम जीते कैसे।
दल बदलने वालों पर टिप्पणी करते हुए रावत ने कहा कि जो गलने वाले फल थे वह दल छोड़कर चले गए। हरदा ने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान भाजपा ने जितना एक दिन में खर्च किया उतना पूरे चुनाव में कांग्रेस ने खर्च नहीं किया। मोदी ने प्रदेश में चुनाव छीना है।
चुनाव में पानी की तरह बहाया गया पैसा अब जनता से वसूलने की तैयारी हो रही है। जिसके लिए नई आबकारी नीति में सिंडिकेट को फायदा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने चुनाव आयोग को ज्ञापन दिया है। जिसमें पूछा गया है कि सेंट्रल पार्टी चुनाव में कितना खर्च कर सकती है। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश, पूर्व दर्जा मंत्री प्रयाग भट्ट, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल, शहर अध्यक्ष राहुल छिम्वाल मौजूद रहे।
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