Salt By Election : सड़क, पानी के इंतजार में खाली हो गई सल्ट की आठ ग्राम पंचायतें
Salt By Election सल्ट विधानसभा क्षेत्र के निवासियों को आज भी पानी सड़क स्वास्थ्य और बेहतर शिक्षा का इंतजार है। चार बार के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों ने इन्हीं मूलभूत सुविधाओं के मुद्दे को खूब भुनाया। घर-घर जाकर वादे किए आश्वासनों की घुट्टी पिलाई।
भानु जोशी, हल्द्वानी : Salt By Election : सल्ट विधानसभा क्षेत्र के निवासियों को आज भी पानी, सड़क, स्वास्थ्य और बेहतर शिक्षा का इंतजार है। चार बार के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों ने इन्हीं मूलभूत सुविधाओं के मुद्दे को खूब भुनाया। घर-घर जाकर वादे किए, आश्वासनों की घुट्टी पिलाई। जनता ने अपना मानकर जिन्हें चुना वो अपना वादा ही भुला बैठे। जब सत्ता पाने का ऐसा ही खेल आगे भी चलता रहा तो लोगों के सामने पलायन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा। देखते ही देखते आठ ग्राम पंचायतों के 22 तोक खाली हो गए। इनमें 50 फीसद से अधिक लोग पलायन कर गए।
पलायन आयोग ने जारी की थी सूची
राज्य में पलायन पर नजर रखने के लिए गठित पलायन आयोग ने 50 फीसद तक पलायन प्रभावित राज्य के 474 राजस्व गांवों की सूची ग्राम्य विकास विभाग को उपलब्ध कराई थी। इन गांवों में पलायन रोकने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया था। इस सूची में सल्ट की आठ ग्राम पंचायतें भी शामिल थी। इसके अलावा सल्ट के जनप्रतिनिधियों की मानें तो खुमाड़, टुकनोली, रगडग़ाड़, भयाड़ी, खड़कू भनेरिया, चनोली, घटबगड़, केलानी और तड़ी गांव भी पलायन प्रभावित हैं।
यहां हुआ 50 फीसद से अधिक पलायन
ग्राम पंचायत राजस्व ग्राम/तोक
बेसरबगड़ अनुसूचित बस्ती
भवाली भवाली तल्ली
भवाली भवाली मल्ली
डढोली बदरुवाटीला
डढोली डढ़ोली
डढोली रेवा
डढ़ोली घटुवा
मसोली पल्ला गधेरा
पूनाकोट बदरुवाटीला
पूनाकोट भूलबगड़
पूनाकोट पूनाकोट
पुरियाचौड़ा पैसिया
पुरियाचौड़ा झिराखेत
सकना सकना
सीमा रिस्टाना नगतुरा
सीमा रिस्टाना हीत बाखली
सीमा रिस्टाना जगतुवाखाल
सीमा रिस्टाना कूमराझढिय़ा
सीमा रिस्टाना रिस्टाना
सीमा रिस्टाना खर्कवाल बाखली
सीमा रिस्टाना गोमिना
मतदान में भी पड़ा फर्क
पैसिया, भवाली मल्ली, डढ़ोली, भूलबगड़, पूनाकोट में हुए पलायन का अंदाजा लगाने के लिए विधानसभा चुनावों का मत प्रतिशत ही काफी है। राप्रावि पैसिया बूथ में 2007 विस चुनाव में 497 वोट पड़े थे जबकि, 2017 में इनकी संख्या 469 रह गई। राप्रावि भवाली मल्ली बूथ में 2007 में 323 वोट पड़े थे, 2017 में ये संख्या घटकर महज 100 पर सिमट गई। राप्रावि डढोली बूथ में भी 35 वोट कम पड़े थे।
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