earthquake in uttarakhand : भूकंप के झटकों से डोली उत्तराखंड की धरती, जानिए क्या थी तीव्रता
earthquake in uttarakhand उत्तराखंड की धरती सोमवार को भूकंप के झटकों से हिल उठी । बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में विभिन्न स्थानों पर सोमवार की दोपहर 12 बजकर 19 मिनट में झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.7 मैग्नीट्यूट है।
बागेश्वर, जागरण संवाददाता : earthquake in uttarakhand : उत्तराखंड की धरती सोमवार को भूकंप के झटकों से हिल उठी । बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में विभिन्न स्थानों पर सोमवार की दोपहर 12 बजकर 19 मिनट में झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.7 मैग्नीट्यूट है। भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ बताया जा रहा है। कांडा, कपकोट, मुख्यालय में झटके से फिलहाल कोई नुकसान नहीं हुआ है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि नुकसान की जानकारी जुटाई जा रही है। फिलहाल कोई सूचना नही है।
An earthquake of magnitude 3.7 on the Richter scale hit Pithoragarh, Uttarakhand at 12.18 pm today: National Center for Seismology
— ANI (@ANI) June 28, 2021
भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड संवेदनशील
भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड संवेदनशील है। बागेश्वर जिला भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना जाता है। इसी साल 12 फरवरी को भी उत्तराखंड के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
भूकंप ग्लेशियरों के लिए भी खतरा
हिमालयी क्षेत्रों में ग्लेशियरों के लिए भी छोटे भूकंप खतरा बन सकते हैं। ढाई से तीन रिक्टर स्केल तक भूकंप आना आम बात है। इतनी कम तीव्रता के भूकंप महसूस नहीं होते हैं, लेकिन ये ग्लेशियरों में कंपन पैदा कर उनको कमजोर बनाते हैं, जिससे ग्लेशियर धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाते हैं। ऐसे में बड़ा भूकंप आने की दशा में ग्लेशियरों के टूटने की आशंका ज्यादा रहती है।
राज्य का पहला रेडान सेंटर दून में स्थापित
उत्तराखंड के साथ ही हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के पूर्वानुमान की अब और अधिक सटीक जानकारी मिलेगी। भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर मुंबई और यूसर्क की ओर से देहरादून के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता में राज्य का पहला रेडान सेंटर स्थापित किया गया है।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें