बैराज जलाशय पर ड्रोन से नजर, वनकर्मियों ने टीम के साथ जलाशय व आसपास क्षेत्र का किया अवलोकन
रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत कोसी बैराज के जलाशय में साइबेरियन पक्षी काफी संख्या में पहुंचते है। मार्च के बाद यह पक्षी वापस लौट जाते हैं। इन दिनों प्रदेश में बर्ड फ्लू का खतरा बना हुआ है। वन विभाग को नजर रखने के लिए गाइडलाइन जारी की गई है।
वन विभाग को जलाशयों व अन्य पक्षियों में नजर रखने के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। इसी के तहत बैराज में पक्षियों के संक्रमण के खतरे को देखते हुए वन विभाग की टीम ने बैराज में शनिवार को निरीक्षण किया। इसके अलावा नदी क्षेत्र के आसपास भी वन कर्मियों ने पक्षियों पर नजर रखी। ड्रोन कैमरे के जरिये भी जलाशय व नजदीकी क्षेत्र को स्केन किया गया। इस तरह से अब आगे शिकारियों पर भी नजर रखी जा सकेगी। इससे गार्डों पर जंगली जानवरों के हमले के खतरे और ठंड या बारिश से बचने का भी इंतजाम हो जाएगा।
वन कर्मियों की एक टीम बैराज क्षेत्र में ही रोजाना गश्त करेगी। कोसी रेंजर ललित जोशी ने बताया कि वन कर्मियों को जलीय जीवों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए है। अभी तक कोई भी पक्षी मृत नहीं मिला है। बता दें कि कार्बेट टाइगर रिजर्व में कालागढ़ डेम व तराई पश्चिमी वन प्रभाग में तुमड़िया डेम में भी मेहमान पक्षियों ने डेरा डाला हुआ है।