आज से मिलेगा गौला नदी से पेयजल
काठगोदाम स्थित गौला बैराज के गेट की मरम्मत व सीलिंग के दौरान जल संस्थान को जलापूर्ति के लिए बंधे बनाने का काम सोमवार को देर रात तक पूरा होने की उम्मीद अफसर जता रहे हैं। जिसके बाद जलसंस्थान को आपूर्ति शुरू कर दी गई है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : काठगोदाम स्थित गौला बैराज के गेट की मरम्मत व सीलिंग के दौरान जल संस्थान को जलापूर्ति के लिए बंधे बनाने का काम सोमवार देर रात तक पूरा होने की उम्मीद अफसर जता रहे हैं। जिसके बाद जलसंस्थान को आपूर्ति शुरू कर दी गई है। मंगलवार सुबह से जलसंस्थान गौला नदी के पानी से जुड़े पेयजल उपभोक्ताओं को आपूर्ति सुचारू करेगा।
सिंचाई विभाग काठगोदाम बैराज की मरम्मत का काम करवा रहा है। इसके लिए बैराज का पानी खाली करवाया गया है। वहीं पानी को डायवर्ट कर पेयजल व सिंचाई के लिए उपलब्ध कराने के लिए बंधे बनाने का काम चल रहा है। जिस कारण रविवार शाम से जलसंस्थान को पानी की आपूर्ति बंद हो गई थी। अधिशासी अभियंता तरूण कुमार बंसल ने बताया कि रविवार के बाद सोमवार को भी रातभर बंधे बनाने का काम कराया गया। देर रात तक बंधे बनाने का काम पूरा कर जलसंस्थान को आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी। वहीं जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता विशाल कुमार ने बताया कि सिंचाई विभाग ने रात तक आपूर्ति दी तो मंगलवार सुबह से लोगों को पेयजल बांटा जाएगा।
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बैराज का पानी बना खनन वाहनों के लिए मुसीबत
हल्द्वानी : बैराज के सभी गेट खोलने से भारी मात्रा में पानी गौला नदी में नीचे की ओर आ गया। जिससे खनन वाहनों के लिए बनाए गए रास्ते कई स्थानों में बह गए। जिस कारण खनन वाहन नदी में प्रवेश नहीं कर पाए। वन विभाग के मुताबिक बैराज का पानी खत्म होने पर रास्ते दोबारा बनाए गए हैं।
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बैराज में मछली पकड़ने उमड़े लोग
गौला बैराज के खाली होने से उसमें पल रही मछलियां दिखने लगी। जिन्हें पकड़ने के लिए सोमवार को पूरे दिन सैकड़ों की संख्या में लोग जुटे रहे। कई लोग अपने साथ जाल भी लेकर आए थे। वहीं ये नजारा देखने के लिए भी लोगों का बैराज में रेला लगा था।
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नदी में मिला मगरमच्छ
गौला नदी में राजपुरा के समीप लोगों को मगरमच्छ का बच्चा मिला है। लोगों ने मगरमच्छ को वन विभाग के सुपुर्द कर दिया है।