नंदा देवी महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों पर, डीएम ने आयोजन के लिए मंजूर किया बजट
सरोवर नगरी नैनीताल में श्रीराम सेवक सभा की ओर से 23 अगस्त से 28 अगस्त तक होने वाले नंदा देवी महोत्सव की तैयारियां तेज हो गई है। मेला कोरोना काल को देखते हुए सांकेतिक होगा।
नैनीताल, जेएनएन : सरोवर नगरी नैनीताल में श्रीराम सेवक सभा की ओर से 23 अगस्त से 28 अगस्त तक होने वाले नंदा देवी महोत्सव की तैयारियां तेज हो गई है। मेला कोरोना काल को देखते हुए सांकेतिक होगा। यहां तक कि हवन पूजन, भंडारा तथा प्रसाद वितरण नहीं होगा। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि आयोजकों को कोविड से संबंधित केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन व राज्य सरकार- प्रशासन के दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करना होगा। इसके लिए आयोजक संस्था की जवाबदेही तय की गई है।
हाईकोर्ट के एक पीआईएल में पारित आदेश के बाद नंदा देवी महोत्सव में धार्मिक अनुष्ठान से इतर की व्यावसायिक क्रियाकलापों की जिम्मेदारी नगरपालिका को दी गई थी। साथ ही कहा था कि मेले के आयोजन से होने वाली आय को नैना देवी मंदिर की सुविधा आदि पर ही खर्च होगा। पिछले दिनों जिला प्रशासन ने साफ कर दिया कि पालिका मेले से हुई आय से खर्च नहीं कर सकती। ईधर आयोजक संस्था की वित्तीय स्थिति खराब होने की जानकारी होने पर जिलाधिकारी सविन बंसल ने एसडीएम नैनीताल विनोद कुमार के माध्यम से आयोजक संस्था से धार्मिक क्रियाकलापों मसलन कदली वृक्ष लाने, मूर्ति निर्माण, मंदिर की साज सज्जा समेत अन्य व्यवस्थाओं पर होने खर्च पर रिपोर्ट मांगी। आयोजक संस्था की पिछले दिनों हुई बैठक में खर्च का आंकलन कर एसडीएम को विवरण उपलब्ध कराया। जिसे एसडीएम व पालिका ईओ अशोक कुमार ने डीएम को सौंपा।
डीएम के निर्देश पर आयोजक संस्था ने कदली वृक्ष लाने, मूर्ति निर्माण समेत अन्य अनुष्ठान के लिए संस्था के पांच-पांच सदस्यों की जिम्मेदारी तय कर दी। एक अनुष्ठान में पांच से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकते। डीएम सविन बंसल ने बताया कि महोत्सव को सांकेतिक तौर पर जरूर मनाया जाएगा। आयोजक संस्था की डिमांड के अनुसार करीब दो लाख 80 हजार का बजट मंजूर भी कर दिया है। प्रशासन के साथ ही पालिका की ओर से आयोजकों के साथ समन्वय बनाकर कोविड से संबंधित गाइडलाइन का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने जनता से सहयोग की अपील भी की है।