डीएम व एसपी ने पैदल चलकर जाना विकास का हाल, सीमांत के विकास में लापरवाही पर जताई नाराजगी
सीमांत में विकास कार्यों का जायजा लेने के बाद कलक्टे्रट पहुंचे नवागंतुक डीएम विनीत तोमर ने कहे। सीमांत के विकास पर डीएम ने गहरी नाराजगी दिखाते हुए अधिकारियों को ऑफिस से बाहर निकलकर विकास कार्यों को तैयार कर धरातल पर उतारने के निर्देश दिए।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : सीमांत के विकास प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये आते हैं। ऑफिसों में करोड़ों रुपये की योजनाएं भी बनती है लेकिन विकास के नाम पर सीमांत में विकास के नाम पर कुछ खास नहीं दिखा। यह हम नहीं बल्कि सीमांत में विकास कार्यों का जायजा लेने के बाद कलक्टे्रट पहुंचे नवागंतुक डीएम विनीत तोमर ने कहे। सीमांत के विकास पर डीएम ने गहरी नाराजगी दिखाते हुए अधिकारियों को ऑफिस से बाहर निकलकर विकास कार्यों को तैयार कर धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। जिससे सीमांत के विकास के लिए सरकार की मंशा के अनुरूप दिए जा रहे करोड़ों रुपये का लाभ जनता को मिल सके।
जनपद का चार्ज संभालने के बाद डीएम विनीत तोमर नेकहा था कि वह पहले जनपद के हर क्षेत्र का भ्रमण कर विकास कार्यों को देखेंगे। उसके बाद ही वह विकास योजनाओं को तैयार कर शासन को भेजेंगे। कुछ इसी अंदाज में डीएम तोमर व एसपी लोकेश्वर सिंह ने सोमवार को तामली हुए बहुउद्देशीय शिविर के समाप्त होने के बाद अधिकारियों के साथ वह पैदल ही सीमांत में हुए विकास कार्यों का निरीक्षण करने के लिए निकल पड़े। करीब आठ किमी पथरीले व जंगल के रास्तों से तिरकुली, लेटी, सीम होते हुए चूका तक पहुंचे। मंगलवार को चम्पावत पहुंचने पर डीएम ने कहा कि सीमांत में विकास का बुरा हाल है। डिजीटल युग में सीमांत में मोबाइल नेटवर्क नहीं। स्वास्थ्य व शिक्षा की स्थिति भी ठीक नहीं। तिरकुली से लेटी पीएमजीएसवाई से रोड कटिंग का कार्य चल रहा है। बीएडीपी योजना के तहत प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये सीमांत के विकास के लिए आ रहा है लेकिन कोई खास कार्य नहीं दिखा। इसको लेकर उन्होंने गहरी नाराजगी भी जताई। डीएम तोमर ने कहा कि टनकपुर जौलजीबी सड़क सीमांत के विकास में अहम योगदान देगी। नदी किनारे बन रही इस सड़क का कार्य तेजी से चल रहा है। 690 मीटर पुल का काम जरूर रूका है। रोड का कार्य पूरा होने के बाद क्षेत्र में पर्यटन के साथ स्वरोजगार व रोजगार के अवसर बढ़ जाएंगे। इस दौरान अपर जिलाधिकारी टीएस मर्तोलिया, एसडीएम सदर अनिल गब्र्याल, तहसीलदार ज्योति नपच्यिाल, एपीडी विम्मी जोशी, बीडीओ कमल पांडेय, डीडीएमओ मनोज पांडेय आदि शामिल रहे।
नार्थ इंडिया में सबसे खूबसूरत जगह
डीएम तोमर ने कहा सीमांत का यह क्षेत्र नार्थ इंडिया की सबसे खूबसूरत जगह में से एक है। क्षेत्र के लोगों को इसके विकास के बारे में सोचना चाहिए। जो चीजें ज्यादा जरूरी है उसके बारे में बताए। अधिकारी ऑफिस में बैठ कर नहीं क्षेत्र में जाकर लोगों की जरूरत को देखते हुए योजनाएं प्रस्तावित करें।
वनाग्नि की बढ़ रही घटनाएं
डीएम ने कहा कि सीमांत दौरे के दौरान उन्हें कई जगह वनाग्नि देखने को मिली। वनाग्नि की घटनाएं वन विभाग की तैयारियों पर सवाल खड़ी करती है कि फायर सीजन शुरू होने से पहले उनके द्वारा तैयार फायर लाइन कहां बनी है। जिससे वनाग्नि को फैलने से रोका जा सके। ऐसे में फायर लाइन बनाने का अस्तित्व क्या है। वनाग्नि केवल बारिश के जरिए ही रोकी जा सकती है।
सीमांत में सुरक्षा की कोई दिक्कत नहीं
एसपी लोकेश्वर सिंह ने कहा कि सीमांत में सुरक्षा व्यवस्था ठीक है। एसएसबी बीओपी को भी देखा गया। चूका में पुलिस चौकी का निर्माण किया जाना है इसके लिए भूमि भी देखी गई। टनकपुर जौलजीबी सड़क सीमांत के विकास के साथ सुरक्षा की दृष्टि से भी काफी अहम है।
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