Move to Jagran APP

यशपाल आर्य की वापसी के बाद से ही गंगवार परिवार के कांग्रेसी होने की चर्चाएं हो गई थीं तेज

बीते 22 दिसंबर को रेणु गंगवार ने पति सुरेश गंगवार और समर्थकों समेत भाजपा से इस्‍तीफा दे दिया था। जिसके बाद से ही उनके कांग्रेस में जाने की चर्चाओं को बल मिल गया था। वहीं दून में आज उन्‍होंने कांग्रेस पार्टी की सदस्‍यता ग्रहण कर ली।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 27 Dec 2021 02:03 PM (IST)Updated: Mon, 27 Dec 2021 02:03 PM (IST)
यशपाल आर्य की वापसी के बाद से ही गंगवार परिवार के कांग्रेसी होने की चर्चाएं हो गई थीं तेज
यशपाल आर्य की वापसी के बाद से ही गंगवार परिवार के कांग्रेसी होने की चर्चाएं हो गई थीं तेज

रुद्रपुर, जागरण संवाददाता : उधमसिंहनगर जिला पंचायत अध्यक्ष रेणु गंगवार पति सुरेश गंगवार समेत कांग्रेस में शामिल हो गईं। इसके साथ ही 24 जिला पंचायत सदस्यों ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है। दून के कांग्रेस भवन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और पूर्व मुख्यमंत्री व चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत की मौजूदगी में सभी ने सदस्यता ग्रहण की। बता दें कि बीते 22 दिसंबर को जिला पंचायत अध्यक्ष ने पति और समर्थकों समेत भाजपा से इस्‍तीफा दे दिया था। जिसके बाद से ही उनके कांग्रेस में जाने की चर्चाओं को बल मिल गया था। राजनीतिक खेमों में चर्चा है कि पूर्व मंत्री यशपाल आर्य के कांग्रेस का दामन पकड़ने के बाद आर्य सुरेश को सितारगंज विधानसभा सीट से दावेदारी करा सकते हैं।

loksabha election banner

2012 सितारगंज से चुनाव लड़ चुके हैं सुरेश गंगवार

सुरेश गंगवार ने वर्ष 2012 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर सितारगंज से लड़ा था। जिसमें उन्‍हें हार का मुंह देखना पड़ा था। इस बार भी वह सितारगंज सीट से ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे और पार्टी हाईकमान से टिकट भी मांग रहे थे। जबकि सितारगंज सीट पर यदि सुरेश गंगवार कांग्रेस से टिकट मांगते हैं तो वहां पर पहले से ही उनको पूर्व विधायक नारायण पाल, नव तेजपाल, मालती विश्वास के विरोध का सामना करना पड़ेगा। कुल मिलाकर कांग्रेस में भी उनके लिए टिकट ला पाना टेढ़ी खीर साबित होगी।

22 दिसंबर को अचानक दे दिए थे इस्‍तीफा

बीते 22 दिसंबर को उन्‍होंने अचानक भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। तब जागरण से बातचीत में गंगवार ने कहा था कि पार्टी में रहते हुए स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर देने में मौजूदा सरकार व पार्टी की तरफ से प्रयास नहीं किए गए। उन्होंने बार-बार स्थानीय युवाओं के लिए पार्टी व सरकार से रोजगार के अवसर पैदा करने की मांग की। हर बार उनकी मांग को प्रदेश स्तर पर अनसुना कर दिया गया। इससे वह अंदर ही अंदर खुद को आहत महसूस कर रहे थे। भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को भेज दिया था। वहीं, केंद्रीय स्तर पर गठित श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की केंद्रीय समिति के सदस्य पद से भी इस्तीफा दे दिया है।

ऊधमसिंहनगर में रहा है परिवार का दबदबा

सुरेश गंगवार के परिवार में उनकी मां कांग्रेस के टिकट पर दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष और बीते कार्यकाल में उनके पिता वरिष्ठ कांग्रेस नेता ईश्वरी प्रसाद गंगवार जिला पंचायत अध्यक्ष बने थे। जबकि वर्तमान में उधमसिंहनगर जिला पंचायत अध्यक्ष उनकी पत्‍नी रेणु गंगवार खुद हैं। बाद में पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के कांग्रेस से भाजपा में आने के बाद गंगवार परिवार भाजपा में इनके साथ ही आ गया था। वहीं, यशपाल के कांग्रेस में दोबारा लौटने के बाद से ही गंगवार परिवार के कांग्रेस से जुड़ने की चर्चाएं शुरू हो गई थीं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.