दो चिकित्सक को दिखाने पर बनवाया जा रहा अलग-अलग पर्चा
पीपीपी मोड पर चल रहे संयुक्त चिकित्सालय में स्वास्थ्य सुविधा देने के नाम पर अब मरीजों को परेशान किया जा रहा है। चिकित्सालय की ओपीडी में अलग-अलग चिकित्सकों को दिखाने पर मरीजों से दो पर्चे बनवाए जा रहे है। इससे लोगों में चिकित्सालय के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है। वह सोशल मीडिया में अपनी भड़ास निकाल रहे है।
संस, रामनगर : पीपीपी मोड पर चल रहे संयुक्त चिकित्सालय में स्वास्थ्य सुविधा देने के नाम पर अब मरीजों को परेशान किया जा रहा है। चिकित्सालय की ओपीडी में अलग-अलग चिकित्सकों को दिखाने पर मरीजों से दो पर्चे बनवाए जा रहे है। इससे लोगों में चिकित्सालय के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है। वह सोशल मीडिया में अपनी भड़ास निकाल रहे है।
दरअसल संयुक्त चिकित्सालय में ओपीडी के पंजीकरण पर्चे की वैधता 15 दिन होती है। पर्चे का सरकारी शुल्क 25 रुपये तय है। पहले एक ही पर्चा बनाकर मरीज अलग-अलग चिकित्सक को भी दिखा सकता था। मरीजों की शिकायत है कि अब अलग-अलग चिकित्सक को दिखाने के लिए अलग-अलग पर्चे बनाने को कहा जा रहा है। लखनपुर निवासी हिमाशु तिरूआ ने बताया कि वह अपनी मा को हड्डी रोग विशेषज्ञ के पास उपचार के लिए ले गया था। उसने 25 रुपये का पंजीकरण पर्चा लिया। कुछ देर बाद वह अपनी मा को फिजिशियन के पास उपचार के लिए ले गया था। लेकिन चिकित्सक की ओपीडी के बाहर मौजूद कर्मचारी ने उस पर्चे को नहीं माना और उससे दूसरा नया पंजीकरण पर्चा बनाकर लाने को कहा। लेकिन पंजीकरण काउंटर पर दोबारा से लाइन से बचने के लिए वह अपनी मा को बिना फिजिशियन को दिखाए आ गया। पूर्व छात्र नेता भूपेंद्र खाती ने बताया कि उसके परीचित से भी एक ही दिन में नया पर्चा बनाकर लाने को कहा गया। उधर संयुक्त चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक मनीभूषण पंत ने बताया कि 15 दिन तक मरीज एक ही पर्चे पर कई चिकित्सक को दिखा सकता है। चिकित्सालय प्रबंधन से इस बारे में बात की जाएगी।