शवदाह गृह कहीं और बनाने और रानीबाग की भूमि को कत्यूरी समाज को देने की उठी मांग
नगर निगम द्वारा रानीबाग में प्रस्तावित विद्युत शवदाह गृह की खिलाफत शुरू हो गई है। मामले में राजमाता जिया कत्यूरी समाज की ओर से डीएम को पत्र भेजकर शवदाह गृह कहीं और बनाने की मांग की
हल्द्वानी, जेएनएन : नगर निगम द्वारा रानीबाग में प्रस्तावित विद्युत शवदाह गृह की खिलाफत शुरू हो गई है। मामले में राजमाता जिया कत्यूरी समाज की ओर से डीएम को पत्र भेजकर रानीबाग का धर्मिक महत्व बताते हुए शवदाह गृह कहीं और बनाने की मांग की है। कहा है कि उनके साथ इस विरोध में राष्ट्रीय करणी सेना, राजपूत महासभा, राजपूत उत्थान सभा, अखिल भारतीय राजपूत महासभा, राजपूत करणी सेना भी का भी समर्थन है।
राजमाता जिया कत्यूरी समाज का कहना है कि जिस जगह विद्युत शवदाह गृह बनाने की कवायद की जा रही है उसे मेला क्षेत्र कहा जाता है। ऐसे में इस क्षेत्र को कत्यूरी समाज को हस्तांतरित कर रानीबाग को तीर्थस्थल बनाने की दिशा में सहयोग किया जाए। पूरे रानीबाग क्षेत्र को राजमाता जिया की कर्मस्थली, तपस्थली व समाधि स्थली के नाम पर ही जाना जाता है। इसके अलावा हर धार्मिक पर्व पर स्थानीय व समस्त कत्यूरी समाज के लोग यहां आस्था के साथ आते हैं।
रानीबाग का धार्मिक महत्व हरिद्वार के बराबर ही है। ऐसे में शवदाह गृह कहीं और बनाया जाए तो बेहतर होगा। इधर, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष उदय सिंह पुंडीर और क्षत्रिय अखाड़ा संस्कार शाला की संस्थापक एवं अध्यक्ष आरती सिंह चौहान ने संगठन का समर्थन पत्र राजमाता जिया कत्यूारी समाज को दिया है।