पर्यावरण से इतना लगाव कि भवाली की दीप्ती जोशी ने घर में ही लगा डाले पांच हजार पौधे
नगर के फरसौली निवासी दीप्ति जोशी ने अपने पिता से प्रेरणा लेकर 28 साल पहले पौधे व फूल रौपने शुरू किए। धीरे-धीरे उन्हें उन पौधों से लगाव होना शुरू हो गया। जिसके बाद वह उन पौधों के साथ अधिक समय व्यतीत करने लगी।
संवाद सहयोगी, भवाली : आपने फूलो से प्रेम करने वाले बहुत देखे होंगे। वही फूलों से घरो के आँगन को भी महकता हुआ देखा होगा। वही घरों व कोठियों के अंदर के भाग को आर्टिफिशियल फूलों व पौधों से सजा हुआ भी देखा होगा। लेकिन घर अंदर फूलों के बागान को शायद ही देखा होगा। भवाली की फरसौली निवासी दीप्ति जोशी के घर में एेसा देखने को मिलता है। इनका फूलों व पौधों के प्रति अलग की प्रेम है। फूलों के प्रति प्रेम के कारण उन्होंने घर के आँगन, गार्डन समेत घर के अंदर के हर कोने-कोने को अलग-अलग फूलों व पौधों से महकाया है। और उनकी देख-रेख भी खुद करती हैं।
नगर के फरसौली निवासी दीप्ति जोशी ने अपने पिता से प्रेरणा लेकर 28 साल पहले पौधे व फूल रौपने शुरू किए। धीरे-धीरे उन्हें उन पौधों से लगाव होना शुरू हो गया। जिसके बाद वह उन पौधों के साथ अधिक समय व्यतीत करने लगी। उन्होंने अपने गार्डन और घर के आँगन को तो फूलो से गुलजार किया ही है। साथ ही घर के अंदर के हर हिस्से को फूलो से सजाया है। उनके फरसौली स्थित आवास के रसोईघर, बॉथरूम, बेडरूम, ड्राइंग रूम, गैलरी, सीढ़ी, अलमारी, मंदिर, हर जगह विभिन्न प्रजाति के फूल-पौधे देखने को मिलेंगे। उनके घर में 100 प्रजाति के 5000 से अधिक फूल व पौधे घर की सुंदरता को चार चाँद लगाते हैं। और खास बात यह कि उन सभी फूल, पौधों की देख भी वह स्वयं करती हैं।
दीप्ति जोशी बताती है कि अपने पिता से प्रेरणा लेकर 28 साल पहले उन्होंने प्लांटेशन शुरू किया। और आज उन्हें उन प्लांट के साथ रहने की आदत हो गई है। घर में प्लांट उन्हें ऊर्जा देते है। वह सुबह 5 बजे उठकर उन पौधों को पानी डालने, गमलों से घास निकालने आदि का कार्य करती है। और पौधों को लगाने में वह अधिकतर वेस्ट मटेरियल का प्रयोग करती है। जिनमें जूस व पानी की खाली बोतले, खाली डब्बे, खाली पेस्ट, जैसे कई वस्तुएं है। जिनमें वह पेंटिंग कर के फूलो को लगती है। इसके अलावा वह पौधों को वितरित भी करती है। अबतक वह 150 लोगो को पौधे वितरित कर चुकी है। क्योंकि ये जीवित पौधों से हमे स्वास्थ्य लाभ मिलता है। इसलिए हर घर में प्लान्टेशन जरूरी है।