ऊधमसिंहनगर में मासूमों पर अपराधियों की नजर, बीते सात साल में 15 से अधिक बच्चे हो चुके अगवा, कइयों की मिली लाश
ऊधमसिंह नगर में हर तरह के अपराध बढ़ते जा रहे हैं। लूट हत्या और नशे की तस्करी के साथ ही अब बाल अपराध में भी जिला बदनाम हो रहा है। दो साल पहले जहां ट्रांजिट कैंप निवासी सात साल के मासूम को पड़ोसी ने अगवा कर हत्या कर दी थी।
वीरेंद्र भंडारी, रुद्रपुर। ऊधमसिंहनगर में मासूम बच्चे सुरक्षित नहीं रह गए हैं। हर साल बच्चे खूनी, वहशी, दरिंदो के शिकार हो रहे हैं। कुछ लोग उन्हें रुपयों के लालच में जहां बेचने की फिराक में रहते है तो कुछ उन्हें लावारिश छोड़कर फरार हो जाते हैं।
दो साल पहले जहां ट्रांजिट कैंप निवासी सात साल के मासूम को पड़ोसी ने अगवा कर हत्या कर दी थी। जबकि इस घटना के कुछ माह बाद ही पैसों के लालच में आकर ट्रांजिट कैंप निवासी लता गंगवार ने अपने दो माह के पुत्र श्रेयांस को एक लाख में बेच दिया था। बाद में पुलिस और परिजनों को गुमराह करने के लिए बच्चे की चोरी होने की झूठी सूचना दे दी। हालांकि पुलिस ने बच्चे को बरामद कर मामले से पर्दा हटा दिया था, लेकिन एक बार फिर से बुधवार शाम को ट्रांजिट कैंप निवासी चार साल के मोहित को अगवा कर लिया गया। सीसीटीवी में फुटेज के बाद पुलिस अपहरणकर्ता की धरपकड़ और बच्चे की तलाश में रामपुर में दबिश दे रही है।
केस-1
वर्ष 2014 में ट्रांजिट कैंप निवासी चार साल का देव घर के आंगन से खेलते खेलते लापता हो गया था। करीब चार दिन बाद मासूम की लाश बहेड़ी में गन्ने के खेत में सड़ी मिली। बहुत बदबू आ रही थी।
केस-2
17 सितंबर 2015 को सिरौली कलां निवासी पांच साल का फेज घर से लापता हो गया। जांच में फेज की हत्या की पुष्टि हुई। मामले में पुलिस ने पड़ोसी को गिरफ्तार कर फेज की लाश बरामद की।
केस-3
21 नवंबर 2015 को जसपुर निवासी 12 साल का रेहान लापता हो गया था। 40 दिन बाद उसकी जंगल में सड़ीगली लाश मिली। मामले में पुलिस ने रेहान के शिक्षक को अगवा कर हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया था।
केस-4
तीन मई 2016 को गूलरभोज निवाई ढाई साल का अंश एक समारोह से लापता हो गया था। पुलिस ने उसका शव रामपुर से बरामद किया। साथ ही अंश की हत्या के आरोप में उसके रिश्ते के पिता-पुत्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
केस-5
जून 2017 में ट्रांजिट कैंप निवासी 10 साल की किशोरी को एक परिचित दुकान से कपड़े दिलाने के बहाने ले गया। देर रात तक वह घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने तलाश शुरू कर दी। मामले में केस दर्ज हुआ और पुलिस ने तलाश शुरू की। दो साल बीत गए लेकिन वह बरामद नहीं हुई।
केस-6
13 नवंबर 2017 को गल्ला मंडी निवासी सोनू रंधावा के रिश्तेदारी में किसी की मौत हो गई थी। वह पत्नी को साथ लेकर तीन माह के बच्चे को किराएदार महिला के पास छोड़ गया। इसी बीच एक महिला किराएदार महिला को बच्चे की रिश्तेदार बताते हुए अगवा कर ले गई। हालांकि बाद में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर बच्चे को बरामद कर लिया था।
केस-7
चार फरवरी 2018 को लालपुर निवासी 10 साल का बच्चा घर के बाहर खेल रहा था। इसी बीच एक युवक उसे अगवा कर ले गया। मासूम से कुकर्म का प्रयास किया। शोर होने पर लोगों ने आरोपित को पकड़कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
केस-8
19 फरवरी 2019 को सात साल का दिव्यांग मासूम लापता हो गया था। इस पर पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी। परिजनों के शक के आधार पर पुलिस ने पड़ोसी से पूछताछ की तो वह टूट गया। इसके बाद पुलिस ने घटना के चार दिन बाद पड़ोसी के घर से मासूम बच्चे की लाश बरामद की।
केस-9
26 जुलाई 2019 को पैसों के लालच में आकर ट्रांजिट कैंप निवासी लता गंगवार ने अपने दो माह के पुत्र श्रेयांस को एक लाख में बेच दिया था। बाद में पुलिस और परिजनों को गुमराह करने के लिए बच्चे की चोरी होने की झूठी सूचना दे दी। बाद में पुलिस ने श्रेयांस को बरामद कर लता समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था।
केस-10
08 दिसंबर 2019 को ट्रांजिट कैंप निवासी शिवा को लापता कर लिया गया। इसका पता चलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी। इस दौरान मिले फुटेज के आधार पर पुलिस ने शिवा को बरामद कर दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया था। उनकी निशानदेही पर दो साल पहले ट्रांजिट कैंप से अगवा बच्चे को भी बरेली से बरामद कर लिया था।