कोविड की मार से कार्बेट टाइगर रिजर्व में फंसा जिन पर्यटकों का रिफंड, उनके लिए बड़ी खबर
Corbett Tiger Reserve पिछले साल कोविड संक्रमण बढ़ने पर केेंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत कार्बेट पार्क तीन मई से 28 जून तक डे विजिट व रात्रि विश्राम के लिए बंद रहा। कोविड की वजह से नाइट स्टे एक मई से 15 जून तक बंद रहा।
रामनगर, जागरण संवाददाता : कोरोना की तीसरी लहर ने उत्तराखंड के पर्यटन कारोबार को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। नैनीताल और रामनगर के होटलों में लोगों ने बड़ी तादाद में एडवांस बुकिंग कैंसिल कराई है। वहीं पिछले साल बढ़ते कोविड के कारण ही टाइगर रिजर्व ने सफारी और नाइट स्टे पर प्रतबंध लगा दिया था। तब जिन पर्यटकों की बुकिंग कैंसिल हुई थी उनका पैसा सीटीआर प्रबंधन ने लौटाने की कवायद शुरू कर दी है। पर्यटकों से की गई बुकिंग से संबंधित बैंक की डिटेल मांगी गई है। इसके लिए विभाग ने 31 जनवरी तक का समय नियत किया है।
पिछले साल कोविड का संक्रमण बढ़ने पर केेंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत कार्बेट पार्क तीन मई से 28 जून तक डे विजिट व रात्रि विश्राम के लिए बंद रहा। कोविड की वजह से ढिकाला, बिजरानी, झिरना, ढेला पर्यटन जोन में नाइट स्टे एक मई से 15 जून तक बंद रहा। जबकि बिजरानी, झिरना व ढेला पर्यटन जोन डे विजिट के लिए 30 जून तक बंद रहा। केवल झिरना व ढेला पर्यटन जोन खुले रहे। बंद के दौरान जिन पर्यटकों ने नाइट स्टे व डे विजिट की पूर्व में ऑनलाइन एडवांस बुकिंग करा ली थी, लेकिन पार्क बंद होने की वजह से वह कार्बेट नहीं आ पाए थे। उन पर्यटकों की बुकिंग का करीब एक करोड़ रुपया वापस करने के लिए पार्क प्रशासन ने शासन को अनुमति प्रस्ताव भेजा था।
इस मेल पर भेजें ये रिकार्ड
कार्बेट पार्क के निदेशक राहुल ने बताया कि पैसा वापसी का प्रस्ताव शासन द्वारा स्वीकृत हो गया था। अब विभाग ने वेबसाइट के जरिए पर्यटकों को अवगत कराया है कि जिस बैंक के जरिए परमिट आरक्षित कराई गई थी। उसका खाता नंबर, आईएफएससी कोड, खाताधारक का नाम, शाखा, बैंक का नाम पता, मोबाइल नंबर, आरक्षित परमिट की प्रति कार्यालय के ईमेल etuctr-forest-uk@nic.in पर भेजी जानी है।
क्या कहते हैं निदेशक
सीटीआर के निदेशक राहुल ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक की गाइड लाइन के अनुसार निर्धारित समयावधि के बाद डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड व नेट बैंकिंग को ऑटोमेटिक सीधे धनराशि संबंधित पर्यटकों के खाते में रिफंड नहीं हो पा रही है। इसलिए पर्यटकों से बैंक डिटेल लेकर उन्हें पैसे वापस भेजे जाएंगे।