परिवार के सहयोग से ही नशे पर नियंत्रण संभव, जागरण प्रश्न प्रहर में लोगों ने नशे को लेकर पूछे सवाल
नशा करने वाले का व्यवहार धीरे-धीरे असामान्य होने लगता है। समय पर उपचार और काउंसलिंग से समस्या का निदान संभव हो जाता है। जरूरत पडऩे पर पुलिस की भी मदद लेने से भी न हिचकें। यह कहना है पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार साह का।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : नशे की गिरफ्त में यदि कोई व्यक्ति आता है तो उसकी पहली निगरानी परिवार से होनी चाहिए। नशा करने वाले का व्यवहार धीरे-धीरे असामान्य होने लगता है। समय पर उपचार और काउंसलिंग से समस्या का निदान संभव हो जाता है। जरूरत पडऩे पर पुलिस की भी मदद लेने से भी न हिचकें। यह कहना है पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार साह का। वह बुधवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में उपस्थित थे। उन्होंने नशे के बारे में जिले भर से सवाल पूछने वाले तमाम लोगों की जिज्ञासा शांत की और कार्रवाई की भी जानकारी दी।
नशे के खिलाफ ऑपरेशन वज्रपात
प्रश्न पहर में मल्ला गोरखपुर, हल्द्वानी निवासी माया ने स्मैक तस्करी में बड़े तस्करों की पकड़ नहीं होने का कारण पूछा। सीओ प्रमोद शाह ने बताया कि बड़े तस्कर ग्राउंड में बिक्री करने नहीं आतेे हैं। जब किसी माल की बरामदगी होती है तो विवेचना में बड़े तस्करों की भी पहचान होती है। स्मैक के खिलाफ पुलिस ने ऑपरेशन वज्रपात शुरू किया है। टनकपुर रोड निवासी जगदीश चंद्र ने बाइक पर खतरनाक स्टंट करने वाले लड़कों के बारे में बात की। सीओ ने कहा कि संबंधित क्षेत्र में वह पुलिस गश्त कराएंगे।
पीरूमदारा रामनगर क्षेत्र की सुशीला ने बताया कि क्षेत्र के लड़के टोली बनाकर नशा कर रहे हैं, जिससे पूरे क्षेत्र के लोग परेशान हैं। बेलपोखरा चूनाखान निवासी राजकपूर टम्टा ने सवाल पूछा कि तमाम प्रयासों के बाद भी नशे की रोकथाम क्यों नहीं हो पा रही है। सीओ ने बताया कि इसके लिए सभी पुलिस थानों में एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स गठित की गई है। नशे की रोकथाम के लिए काम हो रहा है। इसके अलावा जिले भर से तमाम लोगों ने इसी तरह के सवाल किए, जिनका सीओ ने जवाब दिया।
जानें, बच्चों के एडिक्ट होने के लक्षण
नशे की लत में पडऩे पर किशोर या युवा के व्यवहार में परिवर्तन दिखता है। नशे की लत के बाद वह दोस्त बदल देता है। परिवार के सदस्यों के पूछने पर दोस्तों की पहचान छुपाता है। किसी भी बात को कहने में हकलाहट होने
ऐसे बन रहे हैं नशेड़ी, अभिभावक रहें सावधान
सीओ का कहना है कि नशे की लत का सबसे बड़ा कारण गलत संगत है। घर व परिवार में स्वस्थ मनोरंजन नहीं मिलने से किशोर उम्र के बच्चे नशे की तरफ मुड़ते हैं। सिगरेट, शराब से हुई शुरुआत चरस, स्मैक तक जा पहुंचती है। तस्करी में लिप्त लोग सबसे पहले फ्री में नशा उपलब्ध कराते हैं। बाद में नशे की लत लगने के बाद उन्हें स्थायी ग्राहक मिल जाता है। ऐसे में अभिभावकों को समय रहते सचेत हो जाना चाहिए।
इस नंबर पर करें शिकायत
नशे की तस्करी, सेवन या इससे जुड़ी गतिविधियों की शिकायत पुलिस की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर पर की जा सकती है। जिसमें शिकायत करने वालों की पहचान गुप्त रखी जाती है।
हेल्पलाइन नंबर - 9719291929, 7519051905
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