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एसएसओ की बहाली की मांग को लेकर राज्य भर के संविदा कर्मियों ने बुलंद की आवाज

जासं हल्द्वानी नैनीताल रोड पर हाईटेंशन लाइन का तार गिरने से युवक की मौत के बाद जांच में लापरवाही के दोषी बिजली घर के एसएसओ की बहाली की मांग को लेकर मंगलवार को राज्य भर के संविदा कर्मचारी हल्द्वानी में गरजे।

By Edited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 08:40 PM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 08:47 PM (IST)
एसएसओ की बहाली की मांग को लेकर राज्य भर के संविदा कर्मियों ने बुलंद की आवाज
एसएसओ की बहाली की मांग को लेकर राज्य भर के संविदा कर्मियों ने बुलंद की आवाज

हल्द्वानी, जेएनएन : नैनीताल रोड पर हाईटेंशन लाइन का तार गिरने से युवक की मौत के बाद जांच में लापरवाही के दोषी बिजली घर के एसएसओ की बहाली की मांग को लेकर मंगलवार को राज्य भर के संविदा कर्मचारी हल्द्वानी में गरजे। ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता कार्यालय परिसर में धरना देकर प्रदर्शन किया गया। उन्होंने मुख्य अभियंता को ज्ञापन देकर जल्द बहाली न होने पर बड़े स्तर पर आंदोलन का एलान किया है। 25 सितंबर की सुबह नैनीताल रोड पर बृज लाल हास्पिटल के पास गिरे 11केवीए हाईटेंशन लाइन के तार की चपेट में आकर दमुवाढूंगा निवासी युवक की मृत्यु हो गई थी।

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शासन स्तर तक मामला पहुंचने पर मुख्य अभियंता रुद्रपुर ने जांच की। इसके बाद मुख्यालय ने लापरवाही का दोषी पाए जाने पर बिजली घर के एसएसओ को सेवा से बर्खास्त कर दिया था। जबकि अफसरों से लेकर लाइनमैन तक निलंबित किए गए। तभी से संविदा कर्मी बिना पक्ष जाने एसएसओ को बर्खास्त करने का विरोध कर रहे हैं। मंगलवार को उत्तराखंड विद्युत संविदा कर्मचारी संगठन के बैनर तले राज्य भर से आए कर्मचारियों ने दिनभर मुख्य अभियंता कार्यालय के आगे धरना देकर प्रदर्शन किया। संगठन के प्रदेश महामंत्री मनोज पंत ने कहा कि हादसे के लिए एसएसओ चंदन सिंह नगरकोटी को पूर्ण दोषी मानकर सेवा से बर्खास्त करना न्यायोचित नहीं है। उन्होंने दुर्भावनापूर्ण जांच रिपोर्ट बनाने का भी अफसरों पर आरोप लगाया।

प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम भट्ट ने कहा कि ऊर्जा निगम प्रबंधन हर प्रकरण के बाद अल्पवेतन भोगी संविदा कर्मियों पर कार्रवाई कर देता है। उनकी पूर्व की सेवाओं की जांच किए बिना कार्रवाई कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि निगम प्रबंधन का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि एसएसओ को जल्द बहाल नहीं किया गया तो पूरे राज्य में आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान अफसर व कर्मचारियों का निलंबन भी निरस्त करने की मांग उठाई गई। ये रहे मौजूद कंचन जोशी, मनोज पांडे, मनीष पांडे, घनानंद पुरोहित, नवीन चुफाल, गणेश मेहरा, दीप चंद्र कापड़ी, देवेंद्र कन्याल, रोहित मिश्रा, रवि बिष्ट, विकास सूर्या, सुभाष बिष्ट, चेतन जोशी, गोपाल गोस्वामी, भूपाल कार्की, दीपा भंडारी, मधु रावत, किरन बोरा, रेखा बोरा, घनश्याम चुफाल, बसंत कांडपाल, कमलेश मेहरा, श्याम बोरा, सचिन, आरपी जोशी आदि।


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