नेपाल सीमा पर स्थित गोरखनाथ धाम में अब पानी के लिए श्रद्धालुओं को नहीं झेलनी होगी मुसीबत
चंपावत जिले के मंच तामली क्षेत्र के एतिहासिक गुरु गोरखनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को अब पेयजल की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। जिला योजना से पहली किश्त के रूप में 18 लाख रुपये अवमुक्त होने के बाद ट्यूबवैल पंपिंग योजना का निर्माण शुरू कर दिया है।
चम्पावत, जेएनएन : नेपाल सीमा से जुड़े चंपावत जिले के मंच तामली क्षेत्र के एतिहासिक गुरु गोरखनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को अब पेयजल की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। जिला योजना से पहली किश्त के रूप में 18 लाख रुपये अवमुक्त होने के बाद जल संस्थान ने यहां ट्यूबवैल पंपिंग योजना का निर्माण शुरू कर दिया है। योजना बन जाने के बाद लंबे समय से चली आ रही पेयजल समस्या का समाधान तो होगा ही, साथ में यहां आने वाले पर्यटकों को भी बेहतर सुविधा मिलेगी।
गुरु गोरखनाथ पंपिंग योजना का निर्माण कार्य कई वर्षों से धनाभाव के कारण लटका हुआ था। जल संस्थान ने एक वर्ष पूर्व योजना का प्रस्ताव स्वीकृति के लिए शासन में भेज दिया था, लेकिन शासन स्तर पर इस दिशा में कोई कदम न उठाए जाने के बाद योजना के निर्माण के लिए 41 लाख रुपये का प्रस्ताव जिला योजना में रखा गया। अब जिला योजना से 18 लाख रुपये की पहली किश्त जल संस्थान को मिल गई है। कार्यदायी संस्था ने अपने पैसों से पूर्व में 3.14 लाख रुपये की लागत से ट्रायल बोर का काम किया था।
जल संस्थान के एई पवन बिष्ट ने बताया कि वर्ष 2018 में तत्कालीन जिलाधिकारी रणवीर सिंह चौहान के निर्देश पर गुरु गोरखनाथ पंपिंग योजना को जिला योजना में शामिल किया गया था। ट्रायल बोर का काम पूरा होने के बाद बजट न आने से योजना के निर्माण का कार्य रुका हुआ था। अब बजट अवमुक्त होने के साथ ही निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। योजना का निर्माण कार्य शुरू होने पर क्षेत्र के लोगों ने खुशी जताते हुए इसके लिए विधायक कैलाश गहतोड़ी का आभार जताया है। राजेंद्र प्रसाद जोशी, महेश सिंह, देवकी नंदन, महेंद्र सिंह आदि ने बताया कि गोरखनाथ धाम में प्रति वर्ष हजारों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं लेकिन धाम में पेयजल न होने से उन्हों परेशानी का सामना करना पड़ता था।
मंच-तामली मार्ग पर होगा पंप हाउस का निर्माण
गुरु गोरखनाथ पंपिंग योजना के तहत मंच-तामली मार्ग पर पंप हाउस का निर्माण किया जाएगा। यहां से मोटरों के जरिए पानी को लिफ्ट कर करीब दो किमी की खड़ी चढ़ाई में स्थित गोरखनाथ मंदिर तक पहुंचाया जाएगा। डीएम के आदेश पर जल संस्थान ने पंप हाउस के लिए बिजली का कनेक्शन और अन्य जरूरी उपकरण लगाने की जिम्मेदारी बिजली विभाग को सौंप दी है।
पंपिंग योजना का कार्य शुरू
जल संस्थान के एई पवन बिष्ट ने बताया कि गुरु गोरखनाथ पंपिंग योजना के लिए जिला योजना से 18 लाख रुपये की पहली किश्त अवमुक्त हो गई है। जिसके तहत पंपिंग योजना का कार्य शुरू कर दिया है। बोरिंग का काम पूरा होते ही गोरखनाथ मंदिर परिसर में पानी की आपूर्ति कर दी जाएगी। मंदिर परिसर में टैंक और सार्वजनिक स्टेंड पोस्ट भी बनाए जाएंगे।