सर्किल रेट को लेकर कांग्रेसियों का प्रदर्शन, सरकार का पुतला फूंका
्रउत्तराखंड सरकार द्वारा लालकुआ वासियों को भूमि का मालिकाना हक दिलाने के लिए जारी शासनादेश में सर्किल रेट में वृद्धि के फैसले से कांग्रेसी भड़क उठे हैं। उन्होंने विरोध प्रदर्शन कर सरकार का पुतला दहन किया।
संवाद सहयोगी, लालकुआं : उत्तराखंड सरकार द्वारा लालकुआ वासियों को भूमि का मालिकाना हक दिलाने के लिए जारी किए गए शासनादेश में सर्किल रेट अधिक लगाने से आक्रोशित काग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार का पुतला दहन किया और अविलंब सर्किल रेट कम नहीं करने पर उग्र आदोलन की चेतावनी दी है।
मंगलवार को स्टेशन तिराहे पर एकत्रित काग्रेस कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड सरकार का पुतला दहन करते हुए कहा कि गत दिवस राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए शासनादेश में लालकुआ के लोगों को भूमि का मालिकाना हक देने के लिए आदेश जारी किए गए हैं। जिसमें सौ वर्ग मीटर से कम क्षेत्रफल के भूखंड के सर्किल रेट वर्ष 2004 के सर्किल रेट का पांच प्रतिशत अधिक देय होने की बात कही गईा है। जबकि पूर्ववर्ती काग्रेस सरकार ने सौ वर्ग मीटर से कम भूमि में निवास करने वाले कब्जेदार को निश्शुल्क मालिकाना हक देने का शासनादेश जारी किया था। साथ ही सौ वर्ग मीटर से अधिक भूमि में रहने वाले कब्जेदार को न्यूनतम शुल्क वर्ष 2000 के रेट से पांच प्रतिशत अधिक देने का शासनादेश जारी किया था।
वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा जारी शासनादेश को गरीबों पर कुठाराघात है। चेतावनी दी कि यदि अविलंब शासनादेश को निरस्त कर पूर्व के रेट को आधार बनाते हुए शासनादेश जारी नहीं किया गया तो काग्रेसी उग्र आदोलन शुरू कर देंगे। इसके बाद उन्होंने राज्य सरकार का पुतला दहन किया। पुतला दहन करने वालों में वरिष्ठ काग्रेसी नेता हरेंद्र बोरा, नगर अध्यक्ष गुरदीप सिंह, बिंदुखत्ता ब्लाक अध्यक्ष प्रमोद कॉलोनी, युवक काग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, पूर्व चेयरमैन रामबाबू मिश्रा, कैलाश चंद्र पंत, जीवन कबडवाल, पूरन सिंह रजवार, बालम बिष्ट, गुरदयाल सिंह मेहरा, हरीश बिसौती, हेमंत पाडे और सूरज राय आदि थे।